नयी दिल्ली , हवाई उड़ानों से यात्रियों का मोह भंग हो रहा है। लगातार यात्रियों की संख्या घट रही है?
इसका कारण कोरोना का खौफ है या फिर क्वारंटाइन नियमों का पंगा, लेकिन ये हकीकत है कि घरेलू उड़ानों की ओर अभी तक लोगों का रुझान नहीं बढ़ा है।
घरेलू यात्री उड़ानें शुरू होने के बाद चौथे दिन गुरुवार शाम पाँच बजे तक 367 उड़ानों में 30 हजार से अधिक यात्री अपने गंतव्य को रवाना हुये।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि चौथे दिन शाम पाँच बजे तक विभिन्न हवाई अड्डों से 367 उड़ानें रवाना हुई हैं जिनमें 30,136 यात्रियों ने सफर किया। इससे पहले 27 मई को 460 उड़ानों में 34,336 यात्री अपने गंतव्य को गये थे।
सोमवार को जालंधर के आदमपुर हवाई अड्डे पर दिल्ली से सिर्फ अठारह यात्री ही आए और इतने ही यात्री दिल्ली के लिए रवाना हुआ। लुधियाना में दिल्ली से केवल दस यात्री आए और यहां से दिल्ली के लिए फ्लाइट में सिर्फ चार ही यात्री ही रवाना हुए। चंडीगढ़ में भी दिल्ली से एयर इंडिया की फ्लाइट खाली आई ।
चंडीगढ़ में मंगलवार को दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर एयर इंडिया (9आइ 713) की फ्लाइट में दिल्ली से खाली आई। इसमें एयर इंडिया के स्टाफ के अलावा एक भी यात्री नहीं था। जब यह फ्लाइट दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर वापस गई तो इसमें सिर्फ आठ यात्री थे। वहीं एयर इंडिया (9आई 714) की धर्मशाला जाने वाली फ्लाइट 3 बजकर 58 मिनट पर एयरपोर्ट पर लैंड हुई तो इसमें सिर्फ सात यात्री थे लेकिन जब वापस गई तो इसमें महज आठ यात्री थे।
सुबह 11 बजकर 38 मिनट पर इंडिगो (6ई 545/842) की दिल्ली से आने वाली फ्लाइट में 64 यात्री आए, जबकि वापसी में इस फ्लाइट में 98 यात्री गए। इंडिगो (6ई 592/593) की बेंगलुरु आने वाली फ्लाइट में 100 यात्री आए जबकि वापसी में 30 यात्री गए।
दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर एयर इंडिया (एआइ463/464) की दिल्ली से आने वाली फ्लाइट में 78 यात्री आए जबकि वापसी में सिर्फ 91 मुसाफिर गए। वहीं, दोपहर एक बजे बेंगलुरु से आने वाली एयर एशिया (आइ5 1325/1825) की फ्लाइट में 108 यात्री आए, जबकि वापसी में सिर्फ 22 गए।
इसी के साथ, दो महीने के लिए बंद रहने के बाद 25 मई से देश में घरेलू उड़ानें दुबारा शुरू हुई हैं। आज से पश्चिम बंगाल में भी यात्री विमानों की आवाजाही शुरू होने के साथ ही पूरे देश में यात्री विमान सेवा की शुरुआत हो गयी है।