नयी दिल्ली, इस वर्ष का अक्टूबर महीना शनिवार को ‘ब्लू मून’ का गवाह बनेगा और इस दौरान एक महीने के भीतर दूसरी बार दुर्लभ पूर्ण चंद्र दिखेगा।
आम तौर पर हर महीने में एक बार पूर्णिमा और एक बार अमावस्या होती है। हालांकि, ऐसा दुर्लभ ही होता है कि एक ही महीने में दो बार पूर्णिमा (पूर्ण चंद्र) होती है और ऐसे में दूसरे पूर्ण चंद्र को ‘ब्लू मून’ कहा जाता है।
मुंबई के नेहरू तारामंडल के निदेशक अरविंद प्रांजपेय ने कहा कि एक अक्टूबर को पूर्णिमा थी और अब दूसरी पूर्णिमा 31 अक्टूबर को होगी। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ गणितीय गणना भी शामिल है।
निदेशक ने कहा, ‘चंद्र मास की अवधि 29.531 दिनों अथवा 29 दिन, 12 घंटे, 44 मिनट और 38 सेकेंड की होती है, इसलिए एक ही महीने में दो बार पूर्णिमा होने के लिए पहली पूर्णिमा उस महीने की पहली या दूसरी तारीख को होनी चाहिए।’
दिल्ली के नेहरू तारामंडल की निदेशक एन रत्नाश्री ने कहा, ’30 दिन के महीने के दौरान ब्लू मून होना कोई आम बात नहीं है।’
प्रांजपेय ने कहा कि 30 दिन वाले महीने में पिछली बार 30 जून, 2007 को ‘ब्लू मून’ रहा था और अगली बार यह 30 सितंबर 2050 को होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में दो बार ऐसा अवसर आया जब ‘ब्लू मून’ की घटना हुई। उस दौरान पहला ‘ब्लू मून’ 31 जनवरी जबकि दूसरा 31 मार्च को हुआ। इसके बाद अगला ‘ब्लू मून’ 31 अगस्त 2023 को होगा।