भगवान श्रीकृष्ण के बारे में गलत पढ़ाये जाने का विरोध हुआ शुरू


नई दिल्ली, महाभारत की गलत कथा विद्यार्थियों को पढ़ाये जाने का विरोध शुरू हो गया है।
जबकि सत्यता यह है कि श्रीकृष्ण ने कंस का वध कर दिया था। इससे कुपित होकर कंस के मित्र व रिश्तेदार जरासंध ने मथुरा पर लगातार आक्रमण करना शुरू कर दिया। श्रीकृष्ण उसे बार-बार परास्त करते, फिर भी वह हार नहीं मान रहा था। ऐसा 16 बार हुआ। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने आत्म चिंतन किया। सोचा कि कंस का वध करने का उत्तरदायी हूं। जरासंध बार-बार आक्रमण करता है, तो जनहानि होती है। मथुरा का विकास बाधित है। इसलिये उन्होने मथुरा का त्याग कर दिया और द्वारका जाकर रहने लगे। भगवान श्रीकृष्ण अंतिम समय तक शांति का प्रयास करते रहे।