नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के तेजी से पांव पसारने के मद्देनजर ‘सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (एओआर) एसोसिएशन ने अपने सदस्यों के आगामी चार अप्रैल तक न्यायालय में पेश होने से रोक दिया है और अदालती कामकाज को पूरी तरह बंद करने का मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध भी किया है।
एसोसिएशन की आपात बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। एसोसिएशन के प्रस्ताव के तहत कोरोना महामारी के कारण उसका कोई भी सदस्य आगामी चार अप्रैल तक सुप्रीम कोर्ट की किसी भी बेंच के समक्ष पेश नहीं होगा।
एसोसिएशन का कहना है कि सरकार की रविवार की अधिसूचना और सर्कुलर के कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के इलाकों में पूर्ण लॉकडाउन है। ऐसी स्थिति में सदस्यों का शीर्ष अदालत पहुंचना नामुमकिन है। ऐसे में एसोसिएशन का कोई सदस्य भी चार अप्रैल तक किसी भी बेंच के समक्ष पेश नहीं होगा। एसोसिएशन ने मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबड से भी अनुरोध किया है कि वह सुप्रीम कोर्ट को 15 दिन के लिए पूरी तरह से बंद कर दे।