नयी दिल्ली, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलिस के टाप अफसरों को खास सलाह दी है।
देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर छिड़ी बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलिस के आला अधिकारियों से ऐसी प्रभावशाली भूमिका निभाने को कहा है जिससे महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।
श्री मोदी ने पुणे में आयोजित पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के 45 वें सम्मेलन में अपने समापन संबोधन में कहा कि अधिकारियों को पुलिस की छवि सुधारने पर बल देना चाहिए जिससे कि महिलाओं और बच्चों सहित समाज के सभी वर्गों में विश्वास की भावना पैदा हो सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस की भूमिका ऐसी होनी चाहिए जिससे कि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने हमें ऐसा प्रभावशाली हथियार दिया है जिससे पुलिस सक्रिय सकारात्मक भूमिका निभा सकती है और आम आदमी से जुड़ सकती है। नीति नियोजन और क्रियान्वयन के संदर्भ में अच्छी जानकारी उपलब्ध कराने के मंच के रूप में सम्मेलन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इसके कार्य बिन्दुओं के ठोस परिणाम सामने आने चाहिए।
उन्होंने पुलिस विभागों के प्रमुखों से आग्रह किया कि इस सम्मेलन की प्रेेरणा निचले स्तर पर जिलों और पुलिस स्टेशनों तक पहुंचनी चाहिए। अनेक प्रजेन्टेशन देखने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रेष्ठ प्रणालियों की एक सूची बनाकर इसे सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के थानों में लागू किया जाना चाहिए।
पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर जोर देते हुए उन्होंने इन राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से आग्रह किया कि वे उन्हें विकास योजनाओं तथा कार्यक्रमों के अनुकूल माहौल बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि एक्ट ईस्ट पोलिसी के मद्देनजर इन राज्यों का विकास महत्वपूर्ण है।
पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान जिस तरह के उतार चढाव का सामना करना पड़ता है इसके बारे में उन्होंने कहा कि जब भी संदेह की स्थिति पैदा हो उन्हें सिविल सर्विस एग्जाम में शामिल होने के अपने विचारों तथा भावना का ध्यान करना चाहिए और गरीब लोगों के कल्याण को ध्यान में रखकर राष्ट्र हित में काम जारी रखना चाहिए।
देश में शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमें उनके पीछे मजबूती से खड़े इनके परिजनों के योगदान को भी याद रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गुप्तचर ब्यूरो के अधिकारियों को राष्ट्रपति के पुलिस पदकों से भी सम्मानित किया।