लखनऊ , उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को और चाकचौबंद करने की कवायद के तहत वीमेन पाॅवर लाइन 1090 में ‘डाटा एनालिटिक्स सेंटर’ की स्थापना की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को बताया कि सेफ सिटी परियोजना के तहत इस डाटा एनालिटिक्स सेंटर में विभिन्न श्रोतों से महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों की शिकायतों का डेटा एकत्र कर उसके विश्लेषण एवं मिलान की कार्यवाही की जायेगी। इसके जरिये महिला सम्बन्धी अपराधों विशेष रूप से छेड़खानी के हाॅट-स्पाॅट का चिन्हीकरण तथा मासिक समीक्षा के आधार पर जिला पुलिस एवं एण्टी रोमियो स्क्वाड को और सक्रिय किया जा सकेगा।
उन्होने बताया कि अत्याधुनिक साइबर फोरेन्सिक टूल्स का उपयोग करते हुए इस प्रकार की शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराया जा रहा है। किसी स्थान विशेष पर पीछा करना या छेड़खानी सम्बन्धी घटना की सूचना (एक्टिव स्टाॅकिंग) प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़िता को मदद पहुंचायी जाती है। इस काम के लिये सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत 1090 का यूपी-112 से इण्टीग्रेशन किया गया है, जिसके माध्यम से 1090 में प्राप्त सूचना को तत्काल यूपी-112 में स्थानान्तरित करते हुए पुलिस बल मौके पर भेजकर 1090 द्वारा लगातार फालोअप किया जाता है तथा एक्टिव स्टाॅकिंग का एसएमएस अलर्ट सम्बन्धित उच्चाधिकारियों के सीयूजी मोबाइल पर भी प्रेषित होता है। इस प्रकार की शिकायतों में 24 घण्टे के उपरान्त पीड़िता से पुनः फीडबैक प्राप्त कर आवश्यक कार्यवाही करायी जाती है।
अपर पुलिस महानिदेशक, वीमेन पाॅवर लाइन नीरा रावत ने एक जनवरी से 30 सितम्बर तक की गई कार्यवाही का विवरण देते हुए बताया है कि महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ टेलीफोन द्वारा छेड़खानी, विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न तथा छोटे-छोटे अपराधों को बिना थाने जाये शैशव स्तर पर रोकने के मकसद से स्थापित वीमेन पाॅवर लाइन 1090 पर कुल 2,08,647 शिकायतें दर्ज हुई हैं जिसमें से 1,33,118 शिकायतें फोन बुलिंग एवं साइबर बुलिंग से संबंधित हैं, जिसको सीधे 1090 द्वारा निस्तारित किया जा रहा है, जिसमें से अभी तक 1,15,444 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है।