नई दिल्ली, धरती अपनी धुरी पर 1,670 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रही है। क्या कभी आपने सोचा कि यदि इसका अपनी धुरी पर घूमना थमने लगे तो इसका अंजाम क्या होगा.? वैज्ञानिकों की मानें तो यदि उक्त अनहोनी हुई तो इसकी वजह से धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा।
इस विषय पर नासा के वैज्ञानिकों ने बेहद चिंताजनक खुलासा किया है। नासा वैज्ञानिकों ने उस कारण का खुलासा किया है, जो इन झटकों का कारण हैं और आनेवाले दिनों में एक बड़े और विनाशकारी भूकंप का रूप ले सकते हैं। NASA के अनुसार, पृथ्वी की अपनी धुरी पर घूमने की रफ्तार अपेक्षा से धीमी हो रही है, इस कारण भूकंप आने की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं।
NASA के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के सोलर सिस्टम एम्बेस्डर मैथ्यू फुन्के ने इस रिपोर्ट के बारे में बताया। उनके मुताबिक, चंद्रमा की ग्रैविटी (गुरुत्वाकर्षण) पृथ्वी पर एक ज्वारीय उभार बनाता है जो धरती की घूर्णन गति से घूमने का प्रयास करता है। इसके परिणामस्वरूप धरती की रफ्तार सुस्त पड़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में भूकंपीय घटनाएं बढ़ जाती है।
रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि चंद्रमा हर साल लगभग डेढ़ इंच धरती से दूर जा रहा है। और पृथ्वी की रफ्तार धीमी पड़ रही है। अब तक तो धरती की रफ्तार मंद पड़ने पर चंद्रमा इसे संतुलित करने के लिए अपनी कक्षा में थोड़ा और आगे बढ़ जाता है। लेकिन अब जो योग बन रहे हैं उससे भविष्य में धरती पर बड़े भूकम्प आ सकते हैं।