लखनऊ, युवा व्यवसाई पुष्पेंद्र यादव की पुलिस द्वारा निर्मम हत्या किए जाने के विरोध मे और इस मामले पर योगी सरकार की संवेदनहीनता से
नाराज यादव समाज इस बार दीपावली नही मनायेगा।
यह घोषणा अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने आज झांसी मे आयोजित अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक मे की।
बैठक मे लोकसभा चुनावों के बाद से लगातार यूपी मे हो रही यादव समाज के लोगों की हत्याओं पर चर्चा करते हुये महासभा के प्रदेश
अध्यक्ष जगदेव सिंह यादव ने हाल ही मे झांसी मे युवा व्यवसाई पुष्पेंद्र यादव की पुलिस द्वारा निर्मम हत्या किए जाने और इस मामले पर योगी
सरकार की संवेदनहीनता पर अपना विरोध व्यक्त किया। उन्होंने बैठक मे यादवों द्वारा घटना के विरोध मे इस बार दीपावली न मनाने का
प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ने भी प्रस्ताव का समर्थन करते हुये मध्य प्रदेश मे भी यादवों द्वारा
दीपावली न मनाने का संकल्प लिया।
यादव महासभा के महासचिव अशोक यादव ने बताया कि आज अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की झांसी मे आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी
की बैठक शुरू होने से पहले ही भारी संख्या मे पुलिस बल पहुंच गया था। जिसके कारण कार्यक्रम स्थल छावनी मे तब़्दील हो गया।
उन्होने बताया कि कार्यक्रम स्थल सीपी पैलेस की चारों ओर से पुलिस ने घेराबंदी कर दी , जिससे तनाव का माहौल बन गया।
उन्होने बताया कि प्रशासन का उद्देश्य किसी भी तरह कार्यक्रम को फेल करना था।
लेकिन प्रदेश के कोने – कोने से भारी संख्या मे पहुंचे महासभा के पदाधिकारियों ने सरकार के इरादों को फेल कर दिया।
प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद युवा व्यवसाई पुष्पेंद्र यादव की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने के विरोध मे यादव महासभा द्वारा झांसी के
गांधी मैदान मे धरना प्रदर्शन के लिये जाना था। किंतु प्रशासन ने सभी को सीपी पैलेस मे ही रोक दिया।
जिसपर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जगदेव सिंह यादव ने गवर्नर को संबोधित ज्ञापन वहीं पर सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
ज्ञापन मे मांग की गई है कि सरकार मृतक पुष्पेंद्र यादव के परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवजा और मृतक की पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी
नौकरी दे । इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाही करते हुये उन्हे
तत्काल जेल भेजा जाये।
महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जगदेव सिंह यादव ने योगी सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर ये मांगें दिवाली तक नहीं पूरी की गईं तो
दिवाली बाद 1 नवंबर से यादव महासभा अपनी मांगें मनवाने के लिये सड़कों पर उतरेगी। जिसकी पूरी तरह जिम्मेदार योगी सरकार होगी।