इलाकों का जिले की प्रभारी मंत्री नीलिमा कटियार ने दौरा किया और इस जलप्रलय में मारे गये लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें शासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यमुना में लगातार बढ़ते जलस्तर ने कई विकासखंड़ों के दर्जनों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है।
विकासखंड महेवा में एक दर्जन गांव चारों ओर बाढ़ के पानी से घिरकर टापू बन गए हैं और प्रशासन ने टापू बने इन गांव के लोगों को राहत शिविरों में ठहराया है, वही रामपुरा विकासखंड में भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए जहां पर एनडीआरएफ ,डीआरएफ और पीएसी के जवानों में बाढ़ में फंसे लोगों की जान बचाई लेकिन एक किशोर की पानी में डूबने से मौत भी हो गई ।