पांच साल में पांच लाख बच्चे सरकारी स्कूलों से हुए बाहर – योगेंद्र यादव
September 16, 2019
चंडीगढ़ , स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने आज हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार को प्रारंभिक शिक्षा क्षेत्र के सवाल पर घेरते हुए आरोप लगाया कि पिछले पांच साल में 4.87 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों से बाहर हुए हैं।
श्री यादव ने जारी बयान में आरोप लगाया कि खट्टर सरकार ने शिक्षा के निजीकरण को और भी तेज कर गरीब घर के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार के अपने आंकड़ों के अनुसार इस सरकार के कार्यकाल में 146 सरकारी स्कूल बंद हुए और मात्र 19 नए सरकारी स्कूल खुले। वहीं इस अवधि में नए 483 प्राइवेट स्कूल खुले। पिछले पांच साल में 4.87 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों से बाहर हो गए।
उन्होंने कहा कि असर सर्वेक्षण 2018 के अनुसार हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में 6 से 14 साल की आयु के अब 55ः बच्चे प्राइवेट स्कूलों में जा रहे हैं। प्री स्कूल में तो हालत और भी बुरी है। 4 साल की आयु के 62ः बच्चे प्राइवेट स्कूल या नर्सरी में जा रहे हैं जबकि केवल 12ः सरकारी स्कूल या नर्सरी में हैं।
उन्होंने कहा कि सन 2017 में हरियाणा में अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन काउंसिल की घोषणा के बाद नर्सरी शिक्षा पर कोई भी कदम नहीं उठाया गया है।
श्री यादव ने कहा कि सर्वेक्षण के मुताबिक हरियाणा के ग्रामीण विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर बहुत कमजोर है। सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन में पढ़ने वाले 66ः बच्चे कक्षा दो की हिंदी की पुस्तक नहीं पढ़ सकते। हालत इतनी खराब है कि कक्षा पांच में पढ़ने वाले 42ः विद्यार्थी भी कक्षा दो की हिंदी की पुस्तक का सामान्य पैरा नहीं पढ़ सकते। इसी सर्वेक्षण के मुताबिक गांव के सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले आधे से अधिक बच्चे एक अंक का हासिल वाला भाग नहीं कर सकते।