मुख्यमंत्री योगी ने डीएम और एसपी को बतायी सरकार की प्राथमिकतायें, दिये ये निर्देश
June 12, 2019
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारियों को भ्रष्टाचार और कानून.व्यवस्था पर ज़ीरो टाॅलरेंस की नीति का पालन करना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकभवन में प्रदेश के जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकोंध्पुलिस अधीक्षकों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने गंगा दशहरा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक महत्वपूर्ण अधिकार सम्पन्न पद हैं। आप अपनी कार्य पद्धति से अपनी और शासन की छवि निर्मित करते हैं। आप सभी को भ्रष्टाचार और कानून.व्यवस्था पर ज़ीरो टाॅलरेंस की नीति का पालन करने के साथ प्राप्त दायित्वों का पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकोंध्पुलिस अधीक्षकों को इस प्रकार कार्य करना चाहिए कि शासन की कार्य पद्धति में बदलाव केवल कहने के लिए न हो, बल्कि यह जनता को महसूस भी हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दो वर्षाें में प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी ने अच्छे परिणाम देकर अपनी क्षमता और कुशलता साबित की है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 एवं 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन तथा लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा का आम निर्वाचन कुशलतापूर्वक एवं शान्तिपूर्ण ढंग से निर्विघ्न सम्पन्न कराया गया है।
वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना जैसी फ्लैगशिप स्कीम्स ने उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।साथ ही, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एवं अन्य योजनाओं में प्रदेश आगे है। उन्होंने कहा कि अब हम सभी पर उत्तर प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित करने की जिम्मेदारी है। इसीलिए यह सम्मेलन बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र की ताकत संवाद है। एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी में जनप्रतिनिधियों और आम जनता से बेहतर संवाद की ताकत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक सशक्त और प्रभावी टीम बनाने में भी संवाद की ताकत की भूमिका है। जिले में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के बीच भी बेहतर संवाद होना चाहिए। इससे अनेक अप्रिय घटनाओं को रोका जा सकता है और अपराधियों पर नकेल लगायी जा सकती है।योगी ने हाल ही में बाराबंकी, अलीगढ़, हमीरपुर, जालौन आदि की घटनाओं में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासनिक सतर्कता और त्वरित कार्रवाई आवश्यक है। वरिष्ठ अधिकारियों को स्वयं भी मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण करना चाहिए।