नई दिल्ली, शिमला जेल में बंद एक युवा कैदी ने बड़ा काम कर डाला है। उसने जेल मे रहते हुये सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वालों के लिए मैगजीन निकाली है।
हिमाचल प्रदेश के विक्रम सिंह खिमता शिमला के मॉडल सेंट्रल जेल, कांडा में बलात्कार के केस मे बंद हैं। सितंबर 2016 में ट्रायल कोर्ट ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के तहत शिमला जिले के मंडोल गांव में रहने वाले विक्रम खिमता को दोषी ठहराया था और सात साल की सजा हुई थी। विक्रम की ओर से हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में इस आदेश को चुनौती दी गई है।
शिमला जिले में मॉडल सेंट्रल जेल में बंद 27 साल के विक्रम सिंह खिमता की करेंट अफेयर्स की मैगजीन ‘कंपटीशन कंपेनियन’ के अगले कुछ दिनों में लॉन्च होने की उम्मीद की जा रही है। अंग्रेजी और भूगोल में डबल एमए विक्रम खुद भी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के इच्छुक हैं। अगर हाई कोर्ट उन्हें दोषमुक्त पाता और रिहा करता है तो वह परीक्षा में बैठेंगे, वरना वह मैगजीन का प्रकाशन जारी रखने की योजना बना रहे हैं।महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर आयोजित समारोह के दौरान विक्रम ने बताया, ‘अगर मैं बरी नहीं हुआ, तो भी हार नहीं मानूंगा और अन्य उम्मीदवारों के लिए इस मैगजीन को प्रकाशित करना जारी रखूंगा।’
कुछ इसी तरह, वाराणसी सेंट्रल जेल में हत्या के आरोप में बंद 23 साल के युवक ने भी 2015 में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा इन टूरिज्म स्टडीज में ऑल इंडिया टॉप किया था।