अखिलेश यादव की विपक्ष के साथ बैठक संपन्न, ईवीएम को लेकर विपक्ष ने लिया बड़ा निर्णय
January 6, 2018
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के साथ ही केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ विपक्ष को एक करने में लगे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की विपक्ष के साथ बैठक संपन्न हो गयी है। लखनऊ में अखिलेश यादव ने आज विपक्षी दलों के साथ बैठक आयोजित की थी। बैठक मे, ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों ने बड़ा निर्णय लिया है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की जगह बैलेट वोटिंग की मांग को लेकर, लखनऊ में जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के कार्यालय में आज अखिलेश यादव ने विपक्षी दलों के नेताओं को बैठक के लिए आमंत्रित किया। बैठक में गोरखपुर के साथ ही फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव मे ईवीएम की जगह बैलेट वोटिंग से चुनाव कराये जाने को लेकर चर्चा हुई।
समाजवादी पार्टी ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी के तथ्य जनता के सामने है। बैलेट से लोकसभा चुनाव के लिए सभी दलों को एक होकर आवाज उठानीं होगी। तभी लोकतंत्र बचेगा।सभी दलों ने एक सुर से ईवीएम से चुनाव कराये जाने का विरोध किया और ईवीएम के स्थान पर बैलेट से चुनाव कराये जाने की मांग की। दलों के प्रतिनिधियों ने इस संबंध मे चुनाव आयोग से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराने और बैलेट से चुनाव कराये जाने पर सहमति व्यक्त की है।
अखिलेश यादव ने कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और कम्यूनिस्ट पार्टी को न्योता भेज कर कहा था कि लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर संपूर्ण विपक्ष की एकता बेहद जरुरी है।इस बैठक में समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के रमेश दीक्षित, अपना दल कृष्णा पटेल गुट की पल्लवी तथा जदयू शरद यादव गुट के नेता थे।
उत्तर प्रदेश में दशकों बाद पहली बार विपक्ष एक छत के नीचे खड़ा दिखाई दिया। बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को छोड़कर सभी दल बैठक मे शामिल हुये। बहुजन समाज पार्टी ने ईवीएम से चुनाव कराये जाने पर हो रहे विरोध को लेकर सैद्धांतिक सहमति दी है। कांग्रेस का रूख अभी स्पष्ट नही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद गोरखपुर और फूलपुर की सीट खाली हुई है। इन दोनों ही सीटों पर 22 मार्च से पहले चुनाव होने है। उम्मीद है कि फरवरी में होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही यहां भी उपचुनाव होंगे।