नई दिल्ली, छत्तीस सौ करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हैलीकॉप्टर डील घोटाले के आरोपी बिचौलियों में से एक गुइडो राल्फ हैश्के का नाम इंटरपोल की वांटेड लिस्ट से अचानक गायब हो गया है। भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जिसकी तरफ से रेड नोटिस जारी करने के बाद गुइडो राल्फ हैश्के का नाम इंटरपोल की वांटेड लिस्ट में डाली गई थी। लेकिन, ईडी को भी इस ताजा संदेहास्पद घटनाक्रम के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया गया है। हालांकि, इसमें शामिल अन्य दो संदिग्ध बिचौलिए कार्लो गेरोसा और क्रश्चियन मिशेल का नाम इंटरपोल की सूची में अब भी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत तीनों बिचौलियों के खिलाफ साल 2015 के नवंबर महीने में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। हंफिग्टन पोस्ट ने अपनी एक्सक्लूसिव खबर में बताया है कि कई अधिकारियों की तरफ से जांच किए जा रहे इस मामले में इंटरपोल की वांटेड लिस्ट से हैश्के का नाम अक्टूबर और नवंबर 2016 के बीच हटाया गया। गौरतलब है कि अगस्ता वैस्टलैंड वीवीआईपी हैलीकॉप्टर घोटाले में हैश्के, गेरोसा और मिशेल ये तीनों वांछित थे।
केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी को इनकी तलाश थी। ऐसा आरोप है कि करीब 3600 करोड़ रुपये की 12 वीवीआईपी हैलीकॉप्टर डील के लिए शीर्ष भारतीय अधिकारी और राजनेताओं को घूस दी गई थी। इस हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य शीर्ष संवैधानिक हस्तियों के लिए किया जाना था। इस मामले में 9 दिसंबर सीबीआई ने वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस. पी. त्यागी को गिरफ्तार किया है।