नई दिल्ली, केन्द्रीय कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा है कि वह अपने पायलट के लाइसेंस को बनाये रखने के लिये विमान उड़ाते रहते हैं। उल्लेखनीय है कि रूडी एक प्रशिक्षित विमान पायलट हैं। नरेन्द्र मोदी सरकार में मंत्री बनने से पहले रूडी को दिल्ली की निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी इंडिगो ने एक सह-पायलट के तौर पर उनकी मानद आधार पर नियुक्ति की थी। इस दौरान उन्होंने कुछ मौकों पर सह-पायलट की भूमिका निभाई और विमान को जमीन पर भी उतारा।
रूडी से जब यह पूछा गया कि वह मंत्री होने के बावजूद क्या अभी भी उड़ान भरते हैं तो जवाब में उन्होंने कहा, मैं अपने पायलट के लाइसेंस को बनाये रखने के लिये प्रयास करता हूं। मैं कभी कभार उड़ान भरता हूं ताकि मेरा लाइसेंस बना रहे। मैं वर्दी पहनता हूं और उड़ान भरता हूं, इसलिये यह आपके लिये आश्चर्य नहीं होना चाहिये। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के कामकाज पर आयोजित कार्यक्रम में रूडी यहां मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
मैं अपने लाइसेंस को बनाये रखने के लिये उड़ान भरता हूं, एक मंत्री रहते मेरे लिये लाइसेंस को बचाए रखना मुश्किल काम है। रूडी इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री बनने से पहले वह जिस स्थिति में उड़ान भर रहे थे उसके लिये आठ से दस साल प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है और कम से कम 50 लाख रुपये खर्च करने होंगे।