मुंबई, बॉलीवुड दंपति करीना कपूर और सैफ अली खान के घर आज सुबह बेटे ने जन्म लिया। सैफ और करीना ने एक साझा बयान में कहा कि हम 20 दिसंबर 2016 को अपने बेटे तैमूर अली खान के जन्म की खुशखबरी बांटते हुए बेहद खुश हैं।
सूत्रों के अनुसार करीना ने आज सुबह दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया और वह स्वस्थ हैं। करीना (36) का यह पहला बच्चा है जबकि उनके पति सैफ अली खान के उनकी पूर्व पत्नी अमृता सिंह से दो बच्चे सारा और इब्राहिम भी हैं।
करीना कपूर और सैफ अली खान के नवजात बेटे के नाम पर सोशल मीडिया मे घमासान मचा हुआ है। उनके बेटे का नाम तैमूर अली खान होना विवाद का विषय बन रहा है…..
मुग़लकाल में चंगेज़खान की तरह ही उसका एक अत्यंत क्रूर व निष्ठुर अत्याताई बंशज़ हुआ है जिसने भारत पर सिर्फ़ एक ‘विशेष’ प्रयोजन से आक्रमण किया था ….उसका नाम था तैमूर(तैमूरलंग)।
भारत पर १३९९ ई० में आक्रमण करने का उद्देश्य स्वमं तैमूर ने अपनी जीवनी-‘तुजुके तैमुरी’ में लिखा है:
“हिन्दुस्तान पर आक्रमण करने का मेरा ध्येय सिर्फ़ काफ़िर हिन्दुओं के विरुद्ध धार्मिक युद्ध करना था, जिससे इस्लाम की सेना को भी हिन्दुओं की दौलत, स्त्रियाँ और मूल्यवान वस्तुएँ मिल जायें”।
दिल्ली पर आक्रमण के दौरान तैमूर ने घंटे भर में १०,००० हिंदुओं के सिर काटे थे। पूरे भारत में उसने १ लाख ‘काफ़िर’ हिंदू कह कर उनके सिर काटे थे और हिंदुओं के नरकांकलों के स्तूप/मीनार बनवाए थे। भारत से लौटते वक़्त हज़ारों हिंदू स्त्रियों को अपने हरम में रखने के लिए साथ वापिस लेकर गया था।
युद्ध में बंदी बनाए हज़ारों लोगों के बारे में तैमूर ने अपनी जीवनी में फिर लिखा कि उसने आदेश दिया था ……..”मुसलमानों को छोड़कर शेष सभी हिन्दू बंदी इस्लाम की तलवार के घाट उतार दिया जाए और उस दिन एक लाख अपवित्र हिंदू मूर्ति-पूजक काफ़िर कत्ल कर दिये गये”।
उसने यह भी आदेश दिए थे कि ” सभी हिंदू स्त्रियाँ व भारत की सम्पत्ति अब तैमूर की हो गयी, वह चाहे जैसे इस्तेमाल करे”।
तैमूर ने अपनी माँ का सिर क़लम किया था और अपने पिता को ताउम्र लोहे की ज़ंजीरो में बांधकर जेल में तड़फ़ा-२ कर मारा था।
ऐसे क्रूर मुग़ल आक्रमणकारी अत्याचारी का नाम था तैमूर( लंग़)।
आज ऐक्टर सैफ़ अली खान ने अपनी दूसरी हिंदू बेगम से पैदा हुए बेटे का नाम रखा है… तैमूर अली खान।
ऐसे क्रूर मुग़ल आक्रमणकारी के नाम पर सैफ़ अली ने अपने बेटे का नाम क्यों रखा, यह मेरी समझ से बाहर है; वैसे सैफ़ अली के पूर्वज भी अंग्रेज़ शासकों के हितेषि व ख़ैरखवाह थे !!!!
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नोट: मैंने केवल ऐतिहासिक तथ्य प्रस्तुत किए हैं, इसे मेरी साम्प्रदायिक सोच न माना जाए।
पूर्व आईएएस आफिसर सूर्यप्रताप सिंह की फेसबुक वाल से साभार….