लखनऊ, राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनतंत्र है। इस जनतंत्र की नींव अर्थात् देश का संविधान बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की देन है। भारतीयों के लिए बाबा साहब का चरित्र दीप स्तम्भ की तरह काम करता है। बाबा साहब ने भारतीयों के मन में यह आत्मविश्वास जगाया कि किसी भी हालत में संघर्ष और ज्ञानार्जन के बल पर आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान केवल पूजा के लिए नहीं है, बल्कि इसे व्यवहार में भी लाया जाना आवश्यक है।
राज्यपाल आज यहां बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर महासभा में डाॅ0 अम्बेडकर की 126वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की सेवाओं के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार छुआछूत, अश्पृश्यता के नाम पर हर तरह के भेदभाव रोकने तथा सभी की सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए कृत संकल्प है। डाॅ0 अम्बेडकर के दलितों को मुख्य धारा से जोड़ने के सपने को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है।
श्री योगी ने कहा कि देश की कीमत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जाति, मत, मजहब के नाम पर राजनीति करने वालों के लिए डाॅ0 अम्बेडकर का संदेश साफ है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। चाहे वह जितनी भी रसूख वाला क्यों न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डाॅ0 अम्बेडकर की स्मृति में भीम ऐप शुरू किया गया है। यह ऐप देश के दलित, गरीब, वंचित और कमजोर लोगों को सशक्त बनाने का एक माध्यम साबित होगा। प्रधानमंत्री का कहना है कि गांव, गरीब, दलित, किसान को समर्पित होकर काम करने वाली सरकार की वास्तव में लोक कल्याणकारी सरकार है। इसीलिए जनधन योजना के माध्यम से लाभ पहुंचाने के लिए गरीब, कमजोर और दलित जनता के बैंकों में जीरो बैलेंस पर करोड़ों की संख्या में खाते खुलवाए गए, जिससे बैंक अकाउण्ट न होने के कारण उन्हें अपमानित न होना पड़े।
इसी प्रकार स्टार्टअप योजना के तहत प्रत्येक बैंक की ब्रांच को कम से कम एक दलित को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है। इससे हजारों की संख्या में दलित नौजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री की योजना है कि वर्ष 2022 तक प्रत्येक दलित के पास सिर ढकने के लिए अपना आवास हो।
श्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार, केन्द्र सरकार का अनुकरण करते हुए विकास एवं लोक कल्याणकारी कार्यों को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश सरकार गरीब को आवास देने के लिए कार्य योजना पर कार्य कर रही है। ऐसे गरीब और दलित, जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें भूमि देने की व्यवस्था की जाएगी। दलित छात्रों के पढ़ने के लिए राज्य सरकार प्राथमिक, उच्च, तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा में स्काॅलरशिप देगी। प्रदेश सरकार 30 जनपदों का चयन करके 31 दिसम्बर, 2017 तक उन्हें खुले में शौच मुक्त (ओ0डी0एफ0) करने का काम करेगी। अगले तीन वर्ष में प्रदेश के सभी जनपदों को खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिक स्कूलों, जिनमें बड़ी संख्या में गांव के गरीब, मजदूर, किसान के बच्चे शिक्षा पाते हैं, की व्यवस्था को सुधारने के लिए कृत संकल्प है। इन स्कूलों की यूनीफाॅर्म को बदल दिया गया है, जिसे पहनकर छात्र टेªनी होमगार्ड प्रतीत होते थे। ऐसी व्यवस्था की गई है कि प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को दो यूनिफाॅर्म, जूते, बैग, काॅपी-किताब जुलाई के पहले हफ्ते में मिल जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
श्री योगी ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर अत्यधिक छुट्टियां होने से स्कूलों में पढ़ाई के दिन काफी कम हो गए हैं। व्यवस्था है कि स्कूल 220 दिन खुलें। अत्यधिक छुट्टियों के कारण ऐसा सम्भव नहीं हो पाता है। इसलिए राज्य सरकार महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टियों के स्थान पर ऐसे दिवसों पर स्कूलों में सम्बन्धित महापुरुषों के बारे में विद्यार्थियों को घण्टे-दो घण्टे विशेष तौर से जानकारी देने की व्यवस्था कर रही है, जिससे विद्यार्थी महापुरुष के बारे में जानकर उनसे प्रेरणा प्राप्त करें। महापुरुष के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में जानकारी पाकर छात्र-छात्राओं के मन में इन महापुरुषों के प्रति सम्मान बढ़ेगा और भविष्य में वे भी समाज और राष्ट्र को अपनी अमूल्य सेवाएं दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्बेडकर महासभा को अपने हितों के प्रति आवाज बुलन्द करते हुए देखकर कहा जा सकता है कि दलितों, वंचितों, गरीबों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाने का डाॅ0 अम्बेडकर का प्रयास सार्थक साबित हुआ है। उद्यमिता, पत्रकारिता, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले महानुभावों का अम्बेडकर महासभा द्वारा सम्मानित किए जाने से बाबा साहब का सपना साकार हुआ है।
कार्यक्रम को बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालजी प्रसाद निर्मल तथा प्रदेश अध्यक्ष श्री रामनरेश चैधरी ने भी सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने डाॅ0 अम्बेडकर महासभा का संक्षिप्त परिचय देने के अलावा मुख्यमंत्री के समक्ष दलितों के उत्थान के लिए संस्था की ओर से कुछ मांगे भी रखी। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले 06 महानुभावों डाॅ0 वीरेन्द्र कुमार, डाॅ0 जिलेदार रावत, श्री राजेन्द्र के0 गौतम, प्रो0 सुरेश कुमार, श्री राजकुमार सिंह तथा श्री मनोज कुमार सेन को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम से पूर्व, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने डाॅ0 अम्बेडकर महासभा परिसर में स्थापित तथागत बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा डाॅ0 अम्बेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर श्री राम नरेश चैधरी ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पुस्तक तथा श्री आर0के0 सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।