बेंगलुरु, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सहायक कोच संजय बांगर को आगामी आईपीएल सीजन के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) टीम का मुख्य कोच बनाया गया है।
वह माइक हेसन की जगह पर यह पद संभालेंगे, जो क्रिकेट संचालन के निदेशक के रूप में टीम के साथ बने रहेंगे। उल्लेखनीय है कि पूर्व न्यूजीलैंड कोच हेसन ने आईपीएल 2021 के यूएई चरण के लिए मुख्य कोच का अतिरिक्त कार्यभार संभाला था।
आरसीबी के चेयरमैन प्रथमेश मिश्रा ने इस बारे में कहा, “ आरसीबी फ्रेंचाइजी टीम के अंदर से प्रतिभाओं को समर्थन देने और उन्हें संवारने के अपने उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है और संजय बांगर की नियुक्ति इस प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है। संजय बांगर बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में हमारे सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा रहे हैं और भारतीय क्रिकेट टीम के साथ बहुत समय तक काम करने के बाद वह एक खिलाड़ी और बल्लेबाजी कोच दोनों के रूप में टीम में अनुभव का खजाना लेकर आएंगे। कठोर और मजबूत चयन प्रक्रिया के बाद संजय को मुख्य कोच के रूप में चुना गया है। हमें विश्वास है कि वह अपने अनुभव का इस्तेमाल करने और टीम की क्षमता को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने में सक्षम होंगे। मैं संजय को इस नियुक्ति पर बधाई देता हूं और इस नए अध्याय की शुरुआत के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। ”
बांगर ने इस पर कहा, “ मुख्य कोच के रूप में इतनी बड़ी फ्रेंचाइजी की सेवा करना एक सम्मान और शानदार अवसर है। मैंने टीम में कुछ असाधारण और प्रतिभाशाली सदस्यों के साथ काम किया है और इस टीम को अगले स्तर तक ले जाने के लिए और इंतजार नहीं कर सकता। आईपीएल मेगा नीलामी और उसके बाद के सीजन में कई सारे काम करने की जरूरत है, लेकिन मुझे यकीन है कि प्रबंधन और सपोर्ट स्टाफ के निरंतर समर्थन के साथ हम चीजों को सही तरीके से बांट सकते हैं और दुनिया भर में अपने प्रशंसकों को खुश कर सकते हैं। ”
उल्लेखनीय है कि भारत के लिए 12 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेलने वाले बांगर ने कई टीमों के साथ कोचिंग भूमिकाएं निभाई हैं। आईपीएल 2010 में वह कोच्चि टस्कर्स फ्रेंचाइजी के बल्लेबाजी कोच थे। 2014 आईपीएल सीजन से पहले उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब का सहायक कोच बनाया गया। इसके बाद उसी सीजन के दौरान उन्होंने डैरेन लेहमैन से मुख्य कोच के रूप में पदभार संभाला और टीम को आईपीएल का उपविजेता बनाया। इसी वर्ष उन्हें आरसीबी का बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया गया। उन्होंने जून 2016 में जिम्बाब्वे दौरे पर गई भारतीय टीम के मुख्य कोच होने के साथ-साथ विभिन्न कोचिंग क्षमताओं बल्लेबाजी कोच और सहायक कोच के रूप में भी भारतीय टीम की सेवा की है।