नयी दिल्ली , सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने वाले उर्दू कार्यक्रम मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना और महिलाओं की सुरक्षा से जुडे निर्भया के बाद जैसे कार्यक्रमों समेत 17 श्रेणियों में आकाशवाणी की प्रतिभाओं को आज पुरस्कृत किया ।
वेंकैया नायडू ने प्रसार भारती की ओर से आयोजित आकाशवाणी वार्षिक पुरस्कार कार्यक्रम में 2014-15 के लिए आकाशवाणी की प्रतिभाओं को पुरस्कार स्वरूप एक स्मृति चिह्न , प्रमाणपत्र और नकद राशि प्रदान किया । आल इंडिया रेडियो ने 1974 मे इन पुरस्कारों की शुरूआत की थी ।
वर्ष 2015 के लिए समाचार सेवा प्रभाग श्रेणी में आकाशवाणी ,भोपाल के संवाददाता सारिक नूर को के एल शर्मा सर्वश्रेष्ठ संवाददाता पुरस्कार तथा आकाशवाणी चेन्नई के सहायक निदेशक एम जय सिंह को निर्भीक और साहसी रिपोर्टिंग का पुरस्कार दिया गया लेकिन 2014 में इन श्रेणियों में किसी को भी पुरस्कृत नहीं किया गया ।
प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि शेखर वेंपति ने कहा कि यह आकाशवाणी के लिए गर्व का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के लिए इसे ही चुना । प्रसार भारती के प्रमुख ए सूर्यप्रकाश ने कहा कि आकाशवाणी ने देश को पोलियोमुक्त बनाने ,स्वच्छ भारत अभियान और बेटी बचाओ बेटी पढाओ जैसे कार्यक्रमों के प्रचार .प्रसार में प्रमुख निभायी है ।
आकाशवाणी के महानिदेशक फय्याज शहरयार ने कहा कि श्री मोदी के जनता से संवाद के लिए आकाशवाणी को चुनने से यह साफ हो गया कि रेडियो जनसंवाद का सशक्त माध्यम है ।