अखिलेश यादव ने बरेली में भूख के कारण 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत को लेकर ट्वीट के जरिए योगी सरकार की नीतियों पर निशाना साधा।अखिलेश ने ट्विटर पर लिखा है कि “तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है! भूख से नेमचंद्र की मौत और प्रदेश सरकार आंकड़ों और फाइलों का हवाला देने में व्यस्त! शर्मनाक!”
बरेली के भमोरा थानाक्षेत्र स्थित कुड़रिया इखलासपुर गांव के रहने वाले नेमचंद्र के घर में 3 दिन से खाने को कुछ नहीं था. ऐसे में भूख से उसकी मौत हो गई. बुजुर्ग मां का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं जिला प्रशासन मामले की जांच में जुटा है. मृतक की मां और उनके रिश्तेदारों का कहना है कि घर में खाने को कुछ भी नहीं है. गांव वाले और रिश्तेदार घर पर कभी-कभी खाना भेज दिया करते थे. जिससे उसका गुजरा हो जाता था.
बूढी मां का कहना है कि राशन कार्ड बना है और राशन भी मिला है. लेकिन बेटे को फलिस का अटैक पड़ने की वजह से राशन बेचकर उसकी दवा ले आई थी. 3 दिनों से घर में खाना नहीं बना था. जिसके चलते युवक की मौत हो गई. मौके पर पहुंचे लेखपाल सिवा कुशवाहा ने मामले की जांच की. लेखपाल का कहना है कि नेमचंद्र के परिवार की हालत काफी दयनीय है. घर में खाने को भी कुछ नहीं है। जांच करने से पता चला है कि नेमचंद्र की मौत भूख से हुई है.