रामपुर, हेट स्पीच के मामले में अदालत से राहत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) अपने कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां के बचाव में खुल कर सामने आ गयी है।
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमण्डल ने इस सिलसिले में रामपुर के जिलाधिकारी से मिला और एक ज्ञापन के माध्यम से उनसे कहा कि श्री खां पर झूठे और फर्जी मुकदमों मढ़े जा रहे है और विद्वेषपूर्ण कार्यवाही की जा रही है।
ज्ञापन में सपा प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि मोहम्मद आजम खां पर लगाए गए झूठे इल्जाम फर्जी मुकदमें लगाकर उन्हें, उनकी पत्नी श्रीमती तंजीन फातिमा पूर्व सांसद तथा विधायक पुत्र अब्दुल्ला आजम को वर्षों जेल में रखा गया। वे न्यायालय के हस्तक्षेप से रिहा हुए। इसी बीच आजम पर फर्जी केस और तथाकथित हेट स्पीच पर अधिकतम सजा देकर घंटे भर के अन्दर उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर दी गई और उनका वोट देने का अधिकार भी छीन लिया गया। पिछली 24 मई को एमपी/एमएल सेशनकोर्ट ने जब बरी किया तो पुलिस और प्रशासन ने गुंडागर्दी करके पैरोकारों तथा गवाहों को उनके घरों से जबरन उठाकर थाने में बंद कर दिया गया।
शिकायती पत्र में कहा गया कि कचहरी तथा सम्बन्धित कोर्ट से बाहर आजम को अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ नगर तथा थानाध्यक्ष टांडा ने ले जाकर न जाने किस अज्ञात स्थान पर बंद कर दिया है।
उन्होने आरोप लगाया कि सपा के बढ़ते जनाधार से घबराकर भाजपा सरकार सपा के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने तथा अपमानित करने के लिए नए-नए झूठे तथा फर्जी मुकदमें लगाकर उत्पीड़न कर रही है। इसलिये तत्काल हस्तक्षेप कर आजम तथा उनके परिजनों सहित उनके समर्थकों पर हो रहे अत्याचार तथा अवैधानिक कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए।
सपा के प्रतिनिधिमंडल में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क,एसटी हसन और राज्यसभा सांसद जावेद अली के अलावा कई विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल थे।