नयी दिल्ली, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत में बसने वाले लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र दिये जाने को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि इससे आजादी के समय किया गया वादा पूरा हो गया है।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान , अफगानिस्तान और बंगलादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण यहां आने वाले हिन्दू, सिख, बौद्ध, ईसाई, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को बुधवार से नागरिकता प्रमाण पत्र देना शुरू कर दिया।
अमित शाह ने इस पर प्रतिक्रिया करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “ मोदी की गारंटी…वादा पूरा होने की गारंटी। ”
उन्होंने लिखा , “ आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन है। आज दशकों का इंतजार समाप्त हुआ है और सीएए के माध्यम से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़नाओं के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई बहनों-भाइयों को भारत की नागरिकता मिलनी शुरू हो गयी है। आजादी के समय किए गए वादे को आज नरेन्द्र मोदी जी ने पूरा करके दिखाया है।”
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा , “ दशकों तक पीड़ित इन लोगों को न्याय और उनका अधिकार देने के लिए मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूँ। साथ ही, अपने सभी शरणार्थी बहनों-भाइयों को विश्वास दिलाता हूँ कि मोदी सरकार सीएए से हर एक शरणार्थी को नागरिकता देकर रहेगी।”
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने बुधवार को 14 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर इसकी शुरूआत की। शेष लोगों को डिजिटल प्रमाण पत्र ई मेल के माध्यम से भेजा जा रहा है।