नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों का महिमामंडन करने वाले पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए हैरानी जताई कि आखिर यह कैसा देश है, जो आतंक से प्रेरणा लेता है? यहां प्रधानमंत्री पाकिस्तान की ओर से हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की तारीफ किए जाने का संदर्भ दे रहे थे जिसे कश्मीर में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मोदी ने पाक अधिकृत कश्मीर, गिलगिट और बलूचिस्तान की स्थिति के बारे में बात की और कहा कि वहां के लोगों ने उनके मुद्दे उठाने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया है। मोदी ने पेशावर के स्कूल पर हुए उस आतंकी हमले का हवाला दिया, जिसमें 140 से ज्यादा लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में अधिकतर बच्चे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की संसद, देश के स्कूलों एवं देश के बच्चों को यह दर्द महसूस हुआ क्योंकि देश की मानवता की नींव बहुत मजबूत है। मोदी ने कहा, लेकिन दूसरा पहलू देखिए..जहां आतंकवाद का महिमामंडन किया जा रहा है..जहां आतंकियों द्वारा मासूमों की हत्या का जश्न मनाया जा रहा है। आतंकवाद से प्रेरित जीवन कैसा जीवन है? वह सरकार भी कैसी है, जो आतंकवाद से प्रेरित है? विश्व को दोहरे मापदंडों को समझने की जरूरत है। मोदी की ये टिप्पणियां दरअसल पाकिस्तान की ओर से वानी को शहीद घोषित किए जाने और उसकी याद में कार्यक्रम आयोजित किए जाने की पृष्ठभूमि में आई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद और हिंसा के आगे झुकेगा नहीं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं। इन टिप्पणियों को दरअसल कश्मीर के युवाओं के लिए एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।