नई दिल्ली, विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी नये दिशानिर्देशों में कहा गया है कि एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल केवल आपरेशन से पहले और आपरेशन के दौरान संक्रमण रोकने के लिए किया जाना चाहिए, आपरेशन के बाद नहीं। इसका उद्देश्य जीवन बचाना, खर्च में कटौती करना और सुपरबग का प्रसार रोकना है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि आपरेशन किये जाने वाले स्थान पर संक्रमण लाखों जीवन को खतरे में डालता है और यह एंटीबायोटिक का प्रतिरोध प्रसारित करने में सहायक होता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में आपरेशन कराने वाले मरीजों में से 11 प्रतिशत इस प्रक्रिया में संक्रमित हो जाते हैं। दिशानिर्देश में यह भी कहा गया कि आपरेशन की तैयारी करने वाले व्यक्तियों को हमेशा ही स्नान करना चाहिए लेकिन उन्हें बाल नहीं हटाना चाहिए। आपरेशन किये जाने वाले स्थान पर संक्रमण से बचाव के लिए वैश्विक दिशानिर्देश में 29 ठोस सिफारिशें हैं जिसे विश्व के 20 शीर्ष विशेषज्ञों की समीक्षाओं से लिया गया है।
सिफारिशें द लांसेट इंफेक्शियस डिजीज में भी प्रकाशित की गईं और इसे वैश्विक तौर पर मरीजों और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर स्वास्थ्य देखभाल संबंधित संक्रमणों के बोझ से निपटने के लिए तैयार किया गया है। डब्ल्यूएचओ सहायक महानिदेशक (स्वास्थ्य प्रणाली एवं नवाचार) मैरी पाउले किनी ने कहा, कोई भी देखभाल प्राप्त करने के प्रयास या प्राप्त करने के दौरान बीमार नहीं होना चाहिए। सर्जिकल संक्रमण रोकना इससे पहले कभी भी इतना महत्वपूर्ण नहीं रहा है लेकिन यह जटिल है और इसके लिए काफी ऐहतियाती कदमों की जरूरत होती है। ये दिशानिर्देश मरीजों की रक्षा करने के लिए मूल्यवान हैं।