मुंबई, आरएसएस मानहानि मामले में भिवंडी की अदालत से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को राहत मिल गई। अदालत ने निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दी। अदालत से राहत मिलने के बाद वो आरएसएस और नोटबंदी पर जमकर बरसे। लोगों की दिक्कतों को जानने के लिए इस बार वो बकोला में एटीएम के बाहर लाइन में भी लगे। जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी ने भिवंडी कोर्ट से जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी आपका सारा पैसा उन्हीं 15 उद्योगपतियों को देंगे, वो उन्ही लोगों की सरकार चला रहें हैं।
मैं नाम नहीं लूंगा आप जानते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी के उद्योगपति मित्रों के खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई नहीं की गई है। नोट बंदी के फैसले पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से लोग तकलीफ में हैं। लाइन में कोई हजारो करोडों वाला नहीं दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं कि मैं लड़ पा रहा हूं और इनके सामने खड़ा हूं। जिनसे मैं लड़ रहा हूं वो हिंदुस्तान को झुकाना चाहते हैं। देश को झुकाने वाली विचारधारा के खिलाफ लड़ रहा हूं। एक तरफ आजादी की विचारधारा है और एक तरफ गुलामी की विचारधारा है। मेरी लड़ाई गुलामी की विचारधारा के खिलाफ है।
आरएसएस के एक स्थानीय पदाधिकारी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इससे पहले मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने बताया कि राहुल भिवंडी में अदालती कार्यवाही के समय उपस्थित रहेंगे। मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित भिवंडी में 2014 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया था आरएसएस के व्यक्ति ने गांधी की हत्या की। उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए मानहानि मामले में एक सितंबर को आरोपी के तौर पर मुकदमे का सामना करने का फैसला करते हुए सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वह अपने बयान के हर शब्द पर कायम हैं।