लोक कला और खेती करने की तकनीक देखेंगे
महेश भवरे | हरदा . यूनाइटेड किंगडम के दो देशों और भारत के 6 राज्यों के 27 युवक युवती भुआणा अंचल की संस्कृति, लोक कला और रहन सहन तथा खेती की तकनीक को नजदीक से देखने व समझने के लिए शुक्रवार को जिले के रहटगांव में पहुंचे। वे रहटगांव तहसील के 4 गांवों में स्थानीय परिवारों के साथ रहकर यहां का कल्चर समझेंगे। युवाओं के साथ चर्चा कर उन्हें समाज सेवा व रचनात्मक कार्यों के लिए जागरुक भी करेंगे।यूके में आने वाले इंग्लैंड व स्कॉटलैंड का वीएसओ का विश्व के 18 अलग अलग देशों से संयुक्त टाइ अप है। दिल्ली में प्रवाह संस्था इस आर्गेनाइजेशन से जुड़ी है। इसके माध्यम से इंग्लैंड के 13 व स्कॉटलैंड के 2 युवक युवती हरदा आए।
इनमें 10 युवतियां 5 युवक हैं। भारत के कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, यूपी, बिहार, नागालैंड के 12 युवा शामिल हैं। 18 से 25 साल की उम्र के तमाम युवा कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं।
27 युवक-युवतीयहां रहेंगे दो माह
यूके व भारत के 27 युवक युवती रहटगांव तहसील के गांव नजरपुरा, उमरधा, पांढरमाटी के अलग अलग 10 घरों में रहेंगे। सिनर्जी संस्था ने फ्रेंडली व खुली सोच रहने वाले ऐसे परिवारों का चयन किया है। इन परिवारों में दो माह तक ये लोग रहेंगे। इस दौरान वे इन परिवारों व क्षेत्र के लोगों की दिनचर्चा, संस्कृति, लोक कला, पूजन पाठ, खान पान, पहनावा, खेती बाड़ी का तरीका समझेंगे।
युवा स्कूल में बच्चों को पढ़ाएंगे
ग्रामीण परिवारों की तरह इन युवाओं की दैनिक गतिविधियां रहेंगी। वे स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएंगे। सप्ताह में एक दिन युवाओं के साथ मिलकर अलग अलग मुददों पर समूह चर्चा करेंगे। युवाओं को समाज सेवा के लिए प्रेरित करेंगे। श्रमदान कर सफाई करेंगे। पंचायत के साथ चर्चा कर काम करेंगे। शुक्रवार को रहटगांव के पर्यावरण केंद्र में यहां रहने की ट्रेनिंग दी गई।
इसमें युवकों के लिए कुर्ता पजामा व युवतियों के लिए सलवार सूट ड्रेस कोड तय किया। 19 दिसंबर को अपने मुल्क वापस लौटेंगे।
हरदा| इंग्लैड, स्काटलैंड का दल।
महेश भवरे | हरदा . यूनाइटेड किंगडम के दो देशों और भारत के 6 राज्यों के 27 युवक युवती भुआणा अंचल की संस्कृति, लोक कला और रहन सहन तथा खेती की तकनीक को नजदीक से देखने व समझने के लिए शुक्रवार को जिले के रहटगांव में पहुंचे। वे रहटगांव तहसील के 4 गांवों में स्थानीय परिवारों के साथ रहकर यहां का कल्चर समझेंगे। युवाओं के साथ चर्चा कर उन्हें समाज सेवा व रचनात्मक कार्यों के लिए जागरुक भी करेंगे।
यूके में आने वाले इंग्लैंड व स्कॉटलैंड का वीएसओ का विश्व के 18 अलग अलग देशों से संयुक्त टाइ अप है। दिल्ली में प्रवाह संस्था इस आर्गेनाइजेशन से जुड़ी है। इसके माध्यम से इंग्लैंड के 13 व स्कॉटलैंड के 2 युवक युवती हरदा आए।
इनमें 10 युवतियां 5 युवक हैं। भारत के कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, यूपी, बिहार, नागालैंड के 12 युवा शामिल हैं। 18 से 25 साल की उम्र के तमाम युवा कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं।
27 युवक-युवतीयहां रहेंगे दो माह
यूके व भारत के 27 युवक युवती रहटगांव तहसील के गांव नजरपुरा, उमरधा, पांढरमाटी के अलग अलग 10 घरों में रहेंगे। सिनर्जी संस्था ने फ्रेंडली व खुली सोच रहने वाले ऐसे परिवारों का चयन किया है। इन परिवारों में दो माह तक ये लोग रहेंगे। इस दौरान वे इन परिवारों व क्षेत्र के लोगों की दिनचर्चा, संस्कृति, लोक कला, पूजन पाठ, खान पान, पहनावा, खेती बाड़ी का तरीका समझेंगे।
युवा स्कूल में बच्चों को पढ़ाएंगे
ग्रामीण परिवारों की तरह इन युवाओं की दैनिक गतिविधियां रहेंगी। वे स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएंगे। सप्ताह में एक दिन युवाओं के साथ मिलकर अलग अलग मुददों पर समूह चर्चा करेंगे। युवाओं को समाज सेवा के लिए प्रेरित करेंगे। श्रमदान कर सफाई करेंगे। पंचायत के साथ चर्चा कर काम करेंगे। शुक्रवार को रहटगांव के पर्यावरण केंद्र में यहां रहने की ट्रेनिंग दी गई।
इसमें युवकों के लिए कुर्ता पजामा व युवतियों के लिए सलवार सूट ड्रेस कोड तय किया। 19 दिसंबर को अपने मुल्क वापस लौटेंगे।
हरदा| इंग्लैड, स्काटलैंड का दल।