डायबिटीज का अर्थ है प्रवाहित होना और मेलिटिस का शुगर। शुगर प्रवाहित होना डायबिटीज कहलाता है। इसमें रोगी के ब्लड में जरूरत से ज्यादा शुगर बनने लगती है। कुछ घरेलू उपायों द्वारा ब्लड में आवश्यकता से अधिक बनने वाले शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।
यह डायबिटीज मेलिटिस में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में बहुत मददगार होती है। सेम की फली में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और विटामिन ए पाया जाता है। डायबिटीज में एक मुठ्ठी सेम की फली को थोड़े से पानी में उबाल लें। ठंडा होने के बाद इसे फिज्र में रख दें। आप स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें ताजा नींबू की कुछ बूंदे मिला सकते हैं। इस मिश्रण को दिन में तीन बार भोजन से पहले लें। यह बहुत ही हल्के ग्लूकोज की चाय है।
प्याज भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है। इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में लगभग हर कोई वाकिफ हैं। प्याज में अधिक मात्रा में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सकारात्मक भूमिका निभाते हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि कच्चा प्याज खाने से शरीर में इंसुलिन उत्पन्न करता है जो डायबिटीज मेलिटिस के रोगी के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
यह मसाला डायबिटीज मेलिटिस को नियंत्रित करने में सबसे अधिक कारगर होता है। यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। विभिन्न शोधो के अनुसार, दालचीनी, शरीर की सूजन को कम करने और इंसुलिन स्तर को नियंत्रित करता है। दालचीनी पाउडर की एक चुटकी को आप खाने, चाय या फिर गर्म पानी में मिक्स करके ले सकते हैं।