आजकल त्योहार का सीजन चल रहा है। इस दौरान बहुत से लोग अपने घर को रेनोवेट कराना चाहते हैं। अगर आप भी कराना चाहती हैं तो यह जानना जरूरी है कि वॉल पेंट्स, फ्लोरिंग, लाइट्स, वॉल पेपर्स आजकल त्योहार का सीजन चल रहा है। इस दौरान बहुत से लोग अपने घर को रेनोवेट कराना चाहते हैं। अगर आप भी कराना चाहती हैं तो यह जानना जरूरी है कि वॉल पेंट्स, फ्लोरिंग, लाइट्स, वॉल पेपर्स और फैब्रिक में क्या नया ट्रेंड आने वाला है, ताकि आप दे सकें घर को एक नया अंदाज पेंट कलर्स घर में जैसे ही पेंट कराने की बात आती है, कलर्स को लेकर कंफ्यूजन शुरू हो जाता है, लेकिन नया ट्रेंड इस कंफ्यूजन को पूरी तरह से खत्म कर देगा। ब्राइट एंड लाइट कलर्स पेंट थीम इस बार आउट हो गई है। उसकी जगह सोबर कलर्स जैसे व्हाइट, ऑफ व्हाइट, ग्रे, लाइट यलो, लाइट ब्लू और लाइट ग्रीन जैसे रंगों ने ले ली है। अपनी पसंद के हिसाब से रंग चुनें और एक ही कलर थीम से पूरे घर को पेंट कराएं।
चाहें तो इन्हीं सोबर कलर्स से आप अलग-अलग कमरों को रंग सकती हैं, लेकिन ऐसा करते वक्त ध्यान रखें कि अब तक चली आ रही डबल थीम वाल को इसके साथ मिक्स न करें। कमरे को वाइबं्रेट लुक देने के लिए फर्नीचर और डेकोरेटिव आइटम्स को बोल्ड कलर्स में इस्तेमाल कर सकती हैं। वॉल पेपर्स टेक्सचर्ड वॉल को इस बार वॉल पेपर्स रिप्लेस कर रहे हैं। वॉल पेपर में भी इस बार कई तरह की वैरायटी मौजूद हैं। आप चाहें तो टेक्सचर्ड वॉल पेपर्स, सोबर वॉल पेपर्स या फिर थ्रीडी वॉल पेपर्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। इन्हें लगाने के बाद दीवारों पर पेंट की जरूरत नहीं रह जाती। बच्चों के लिए उनकी कल्पना के अनुरूप पैटर्न या कार्टून्स से लेकर चांद-सितारों तक की दुनिया है तो बुजुर्गों के लिए हल्के रंगों के सादे पैटर्न मौजूद हैं। इसलिए घर के सदस्यों की पसंद के हिसाब से ही वॉल पेपर्स चुनें। एक बार लगने के बाद वॉल पेपर्स कई साल तक चलते हैं। बशर्ते दीवार पर सीलन न आती हो और वह समतल और साफ हो। वॉलपेपर खरीदते समय सावधानी बरतनी जरूरी है।
कमरे के आकार, रंग और फर्नीचर के हिसाब से इसे खरीदना चाहिए। परदे इस साल ब्लाइंड्स ट्रेंड से आउट हो गई हैं। ब्लाइंड्स की जगह शीयर परदों ने ले ली है। शीयर परदों के साथ चाहें तो डबल लेयरिंग भी कर सकती हैं। डबल लेयरिंग करते वक्त ध्यान रखें कि अगर एक फैब्रिक भारी है तो दूसरा हल्का होना चाहिए। घर के परदों के रंग का चयन करते वक्त रूम फर्नीचर और वॉल कलर्स का ध्यान भी रखना चाहिए। वैसे तो सोबर कलर्स की दीवारों के साथ ब्राइट या लाइट दोनों तरह के परदे अच्छे लगते हैं, लेकिन इनका चयन करते समय मौसम का भी ख्याल रखना चाहिए, जैसे सर्दियों में रस्टी ब्राउन और मैरून जैसे रंग भाते हैं तो गर्मियों में हल्के प्रिंट और रंग ही अच्छे लगते हैं। फ्लोरिंग वुडन फ्लोरिंग इस साल आउट हो रही है इसकी जगह फ्लोरिंग में टाइल्स का ट्रेंड इन होगा। टाइल्स की कीमत उनके साइज और क्वॉलिटी पर निर्भर करती है।
टाइल्स लगाते समय एक बात का ध्यान अवश्य रखें कि फ्लोर पर ज्वॉइंट्स नजर न आएं। जहां ज्यादा ज्वॉइंट्स हों, वहां कोशिश करें कि वह एरिया कवर हो सके। इस जगह पर फर्नीचर रखने से ज्वॉइंट्स दिखाई नहीं देंगे। लाइट्स इस साल इंटीरियर में एलईडी लाइट्स इन रहेंगी। लाइट्स का चयन करने से पहले आपको वॉर्म और कूल लाइट्स के अंतर को समझना होगा। तभी आप इनका सही इस्तेमाल कर सकेंगी। वॉर्म लाइट्स का प्रयोग सुकून के लिए किया जाता है, जबकि कूल लाइट्स एनर्जी का एहसास दिलाती हैं। इसलिए वॉर्म लाइट्स का इस्तेमाल बेडरूम में किया जाता है और कूल लाइट्स का इस्तेमाल किचन और ड्राइंग रूम में किया जाता है। अगर आप किसी रूम को ग्लैमर का टच देना चाहती हैं तो वॉर्म लाइट्स यूज करें, ये बहुत खूबसूरत दिखती हैं। इसके अलावा घर की पार्टी में भी वॉर्म लाइट्स का इस्तेमाल बेहतर रहता है।