गाय के लिए टॉयलेट। सुनने में भले ही ये आपको अजीब लगे, लेकिन नीदरलैंड में गायों के लिए टॉयलेट बनाए जा रहे हैं। दरअसल, यहां गाय के लिए टॉयलेट इसलिए बनाए जा रहे हैं, ताकि देश में अमोनिया से होने प्रदूषण को कम किया जा सके। एक डच वैज्ञानिक हेंक हेन्सकैंप ने गायों के लिए नई यूरिनल डिवाइस बनाई है।
वैज्ञानिक हेंक हेन्सकैंप ने परीक्षण में पाया था कि गोमूत्र से निकलने वाला अमोनिया पर्यावरण को प्रदूषित करता है। इसके लिए उन्होंने गायों के लिए नई यूरिनल डिवाइस बनाई है। हेंक के फार्म में इस डिवाइस की मदद से रोजाना 15 से 20 लीटर गोमूत्र एकत्रित किया जाता है।
हेंक की बनाई डिवाइस खुले मैदान में यूरिन करने के बाद उत्पन्न अमोनिया की मात्रा को आधे से ज्यादा कम कर देती है। हेंक का कहना है, ‘यदि लोग सिखाएं तो गाय भी शौचालय का इस्तेमाल करना सीख जाएगी। गायों को टॉयलेट की आदत लगाना ठीक अडरली (दूध दोहने वाली डिवाइस) की तरह ही होता है।’
इन शौचालय का परीक्षण डोटिनचेम शहर के पास एक फार्म में किया जा रहा है। यहां 58 में से 7 गाय ‘टॉयलेट पॉट का इस्तेमाल करना सीख गई हैं।’ इन पॉट्स को गायों के पीछे पूंछ के पास रखा जाता है। इसे लगाने के बाद गाय को यह आदत सिखानी होती है कि वे यूरिन टॉयलेट पॉट में ही करें।