तिरुवनंतपुरम, केरलवासियों की मातृभाषा मलयालम को आमतौर पर सीखने की दृष्टि से एक कठिन भाषा माना जाता है। हालांकि, ओडिशा की रहनी वाली प्रवासी मजदूर मुदाद रेवती के लिए यह कोई मुश्किल काम नहीं था। मुदाद ने कम समयावधि में इस भाषा में निपुणता हासिल कर ली और यहां आयोजित एक साक्षरता परीक्षा में सबसे अधिक अंक अर्जित किये।
राज्य सरकार द्वारा संचालित केरल राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा आयोजित विशेष परीक्षा में रेवती ने 100 प्रतिशत अंक अर्जित किये। मुदाद यहां आईटी हब टेक्नोपार्क के एक कपड़ा निर्माण कंपनी की एक कर्मचारी हैं। मिशन ने यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि मुदाद के अलावा बिहार के रहने वाले एक मजदूर विकी कुमार ने भी 100 प्रतिशत अंक अर्जित किये।
100 अंक की परीक्षा गतिविधि पर आधारित थी। इसमें पढ़ने, लिखने और अंकगणित संबंधी कौशल पर अंक दिये गये। मुदाद ने राज्यव्यापी ‘चानगाटी’ कार्यक्रम के तहत कुछ समय के लिए मलयालम भाषा सीखी। विभिन्न राज्यों से आए कई अन्य प्रवासी मजदूरों के साथ मुदाद ने हाल ही में परीक्षा दी और सोमवार को इसका परिणाम घोषित किया गया। मुदाद ने कहा, ‘‘अपने काम के बाद मैं रोज रात में कम से कम दो घंटा मलयालम सीखती थी।’’