ई-पशु चिकित्सा पशुपालन के टेली परामर्श के लिए एक आनलाइन प्रणाली का किया शुभारम्भ

झाँसी,जिलाधिकारी श्री कर्ण सिंह चौहान ने जनसेवा केन्द्र पर ई-पशु चिकित्सा पशुपालन के टेली परामर्श के लिए एक आनलाइन प्रणाली का शुभारम्भ करते हुए कहा कि दूर-दराज के पशुपालक वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से अपने पशुओं का इलाज विशेषज्ञों द्वारा करा सकेंगे। जनसेवा केन्द्र पर पशुपालक को अपना पंजीकरण कराना होगा। इसका क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए ताकि अधिक से अधिक पशुपालक लाभ उठा सके। उन्होने प्रणाली के माध्यम से स्वयं पशु चिकित्सा विशेषज्ञ से बात करते हुए क्षेत्र के पशुओं में होने वाली बीमारियों के उपचार की जानकारी ली।
उन्होने सम्पूर्ण प्रक्रिया को लेपटाप के माध्यम से देखा और पशु चिकित्सा विशेषज्ञ से दूध कम आने की समस्या, पशुओं द्वारा प्लास्टिक पन्नी खा लेने से होने वाली समस्या के निदान की जानकारी भी ली। उन्होने कहा कि उक्त प्रणाली से क्षेत्र के पशुपालको को लाभ होगा। उन्हें अपने जानवरों को लेकर कही भटकना नही पडे़गा। पशुपालक द्वारा पशु की समस्या को सुन उपचार की जानकारी के साथ ही किन दवाओं को कैसये दिया जाना है ? उसकी विधिवत जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
इस मौके पर डीआईओ एनआईसी श्री दीपक सक्सेना ने बताया कि क्षेत्र मे लगभग 200 जनसेवा केन्द्र है और सभी में यह सुविधाएं दी जा रही है। केन्द्र पर पशुपालक अपना पंजीकरण कराएगा, उसी समय उसे डॉक्टर व दिन, समय के बारे में बता दिया जाएगा।
पशुपालक उस यित समय पर केन्द्र में पहुंचकर पशु की बीमारी व लक्षण बताएगे तथा डॉक्टर उसका उपचार व दवाओं की जानकारी देगें। उन्होने बताया कि सभी केन्द्रों पर पशु टेली मेडिसन सुविधा  का लाभ लेने का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसके साथ ही इस सुविधा के माध्यम से पशु के टीकाकरण, पशु प्रबंधन, पशुचारा योजना, निदान और पशुओं के उपचार, दूध कैसे बढाये संक्रमण से बचने के लिए व अन्य मौसमी बीमारियों की जानकारी प्राप्त की सकती है।

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