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ईवीएम मे गड़बड़ी के मिले सबूत, आधा दर्जन दल उतरे विरोध मे

voteलखनऊ, जैसे -जैसे यूपी विधान सभा चुनाव, मतदान और मतगणना का विश्लेषण हो रहा है, ईवीएम मशीनों के द्वारा चुनाव मे गड़बड़ी करने के आरोप गहराते जा रहें हैं। सपा, बसपा के बाद आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने भी ईवीएम पर शक जताया था। फिर कांग्रेस और अब आम आदमी पार्टी ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए हैं।

सपा सूत्रों के अनुसार जिस तरह से पेपर बैलट में सपा को 70 फीसदी वोट मिले हैं उसके बाद पार्टी ने आशंका जाहिर की है कि ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ की गई है। हरदोई मे जहां सपा को 858 वोट, बसपा को 715 वोट और भाजपा को 370 वोट मिले हैं। इन दोनों जगहों की तरह ही बिलग्राम के सांडी में भी कांग्रेस को 400, बसपा को 243 और भाजपा को 150 वोट मिले हैं। कुछ यही हाल हरदोई की सवायदपुर का है बैलट पेपर में सपा को कुल 381 वोट मिले हैं, जबिक बसपा को 260 वोट मिले हैं, लेकिन यहां भाजपा को सबसे कम 182 वोट मिले।

ऐसे में इन तमाम जगहों पर बैलट पेपर के आंकड़ों पर नजर डालें तो सपा को पूर्ण बहुमत मिल रहा है। पार्टी सूत्र का कहना है कि हमने अभी सिर्फ चार सीटों का आंकड़े देखे हैं जिसके बाद प्रदेश के सभी जगहों का बैलेट पेपर मंगाया गया है, जिसके बाद इन बैलट पेपर को रिव्यू किया जाएगा और इसके आधार पर हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने सबसे पहले ईवीएम के ज़रिए धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उन्होने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती दी थी कि यदि वो ‘ईमानदार’ हैं तो चुनाव आयोग से तुरंत वोटिंग की गिनती रोकने के लिए कहें और पारंपरिक मतपत्रों के ज़रिए दोबारा चुनाव कराने की घोषणा करने के लिए कहें। अखिलेश यादव ने भी कहा था कि यदि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं तो उनकी जांच ज़रूर होनी चाहिए। लालू यादव ने मायावती की ईवीएम जांच का समर्थन किया था और कहा कि ईवीएम की जांच होनी चाहिए क्योंकि वो मशीनें गुजरात से आती हैं। ऐसे में ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। और अब आम आदमी पार्टी  और कांग्रेस नेईवीएम पर संदेह व्यक्त करते हुये कहा है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव बैलट पेपर से कराए जाएं। 2009 में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी ईवीएम को लेकर संदेह जताया था और परम्परागत मतपत्रों की वापसी की मांग की थी।

सूत्रों के अनुसार,यदि वैलेट पेपर के रिकॉर्ड से ईवीएम के मिलान करने की अनुमति दी जाती है तो ईवीएम की सच्चाई सामने आ जाएगी मुम्बई में बीएमसी चुनाव में एक निर्दलीय प्रत्याशी को शून्य वोट मिलना इस बात का सबूत है कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव है। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी, बसपा, आरजेडी, आप और कांग्रेस सहित कई पार्टियां ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर सुप्रीमकोर्ट जा सकतीं हैं ।

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