नई दिल्ली, केंद्रीय निर्वाचन आयोग की राजनीतिक दलों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से कथित छेड़छाड़ व हैकिंग सिद्ध करने की चुनौती के लिए पंजीकरण कराने का आज अंतिम दिन है। ईवीएम हैक करने के लिए 3 जून से चुनौती शुरू होगी। राजनीतिक दल इस चुनौती का हिस्सा बनने के लिए चुनाव आयोग कार्यालय में 26 मई को सायं 5 बजे तक ईमेल के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
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हाल में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कई राजनीतिक दलों द्वारा ईवीएम से कथित छेड़छाड़ किये जाने के आरोपों से व्यथित केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर उन राजनीतिक दलों को खुली चुनौती दी है कि वह आगामी 3 जून से ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ करने के आरोपों को सिद्ध करके दिखायें। हालांकि अभी तक किसी राजनीतिक दल ने यह चुनौती स्वीकार नहीं की है।
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मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के अनुसार सभी राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों को हैकिंग या ईवीएम छेड़छाड़ सिद्ध करने के लिए चार घंटे का समय मिलेगा जिन्होंने हाल के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों सहित अपने किन्हीं तीन प्रतिनिधियों को इस चुनौती के लिए चुनाव आयोग भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल केवल भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों को ही इस चुनौती में हिस्सा लेने के लिए भेज सकते हैं।
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पार्टियों को इस बात की आजादी होगी कि वह हाल ही में हुए पांच राज्यों में चुनावों के किसी भी चार पोलिंग स्टेशनों से ईवीएम मशीन मंगवा सकती हैं। चुनौती में दो चरण होंगे पहले चरण में उन्हें पांच राज्यों में इस्तेमाल मशीनों में फीड चुनाव नतीजों के साथ छेड़छाड़ करके दिखानी होगी क्योंकि उनमें अभी भी परिणाम सुरक्षित है। इसके बाद दूसरे चरण में वह मशीनें दी जाएंगी जिनमें कोई पूर्व चुनाव का आंकड़ा फीड नहीं होगा।
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पांच राज्यों में मशीनों में गड़बड़ी के आरोप के मद्देनजर चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को उक्त स्थानों पर चुनाव में इस्तेमाल मशीनों को हैक या छेड़छाड़ सिद्ध करने का मौका मुहैया कराने की घोषणा की है। इतना ही नहीं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मशीनों को स्ट्रांग रूम से चुनाव आयोग मुख्यालय तक लाने के दौरान भी मशीनों के साथ यात्रा करने की इजाजत होगी। इसके अलावा चुनौती से पहले मशीनों को खोलकर देखने भी दिया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि चुनौती के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि ईवीएम में छेड़छाड़ करने के लिए मशीन के कई बटनों को एक साथ दबाकर, किसी वायरलेस या ब्लूटूथ डिवाइस या एक्सटर्नल डिवाइस का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैदी ने कहा कि चुनौतीकर्ता के ईवीएम मशीन को छेड़छाड़ करने के प्रयास के बाद मशीन यदि काम नहीं करेगी तो वह असफल माना जाएगा। इसके अलावा मशीन से छेड़छाड़ के बावजूद परिणाम प्रभावित नहीं होता है तब भी चुनौतीकर्ता को असफल माना जाएगा।
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