लखनऊ ,मुजफ्फरनगर के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसे मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. रेल विभाग की बड़ी लापरवाही से ही ये हादसा हुआ. मामले में खतौली के स्टेशन मास्टर राजेंद्र सिंह ने कहा है कि ट्रैक पर काम चलने की कोई सूचना नहीं थी.
इंजीनियरिंग विभाग ने उन्हें कोई सूचना नहीं दी थी. उधर रेलवे सेफ्टी कमिश्नर को हादसे की जांच सौंप दी गई है. रेल हादसे की तत्काल जांच शुरू करने का आदेश दिए गए हैं. वहीं जीआरपी की तरफ से एक एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है.
घटनास्थल के पास पटरियों पर मरम्मत कार्य चल रहा था. स्थानीय लोगों ने पटरियों पर मरम्मत कार्य की पुष्टि की. रेल पटरी पर मरम्मत के बावजूद ट्रेन गुजार दी गई. मौके से औजार और पटरी की ट्रैक क्लिप भी खुली मिली. पता चला कि मरम्मत के दौरान चेतावनी झंडे भी नही लगाए गए थे. यही नहीं मरम्मत कार्य के बावजूद 100 से ज्यादा की स्पीड से ट्रेन गुजार दी गई.