देहरादून, उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में जारी भारी बारिश से केदारनाथ जाने वाले मार्ग को नुकसान हुआ है। रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट राघव लंगर ने संवाददाताओं को बताया कि मरम्मत का कार्य जारी हैं और दोनों तरफ फंसे तीर्थयात्रियों के लिए मार्ग को सोमवार तक दोबारा खोल दिए जाने की संभावना है। राज्य आपदा बचाव बल (एसडीआरएफ) के कर्मचारी चार धाम यात्रा के श्रद्धालुओं को केदारनाथ और लिनचौली से सोनप्रयाग पहुंचाने के लिए तैनात किए गए हैं। उत्तरकाशी में बादल फटने से कई हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान के करीब है। गंगा के तटों और निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। एक अधिकारी ने बताया, पहाड़ों से मलबा मुख्य गंगोत्री मार्ग पर आ गया है, जिससे गंगानानाी पर यातायात बाधित हो गया है और राजमार्ग साफ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इससे बद्रीनाथ और यमुनोत्री के तीर्थयात्री प्रभावित नहीं हैं। उत्तरकाशी क्षेत्र में रातभर से जारी बारिश से इन क्षेत्रों में नदियों में उफान आने से बाढ़ का खतरा बना हुआ है, जिस वजह से मुराड़ी, देवलासारी और नौगांव गांवों के स्थानीय लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान सामान्य से भारी बारिश का अनुमान जताया है।