जौनपुर, यूपी की कानून व्यवस्था को सुधारने और महिलाओं को सम्मान और न्याय दिलाने के नाम पर सत्ता मे आयी भाजपा सरकार के राज मे, स्थिति बद्तर होती जा रही है. अत्यंत गरीब व असहाय पीड़िता घटना के एक हफ्ते बाद भी न्याय के लिये दर-दर भटक रही है। वहीं बलात्कारी बेखौफ घूम रहा है।
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सूत्रों के अनुसार, घटना जौनपुर के केराकत विधानसभा के ग्राम गोदरी हिसामपुर की है। पीड़िता के पिता महेंद्र यादव अत्यंत गरीब व असहाय हैं जो रोड किनारे एक छोटी सी चाय समोसे की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। महेंद्र के दो संताने है बड़ी बेटी व छोटा बेटा है। ये जिस गांव में रहते हैं, वह ब्राह्मणों का पुरवा है उसमें एकमात्र यादव परिवार पीड़िता का है।
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सूत्रों के मुताबिक, 27/8/17 की सुबह जब महेंद्र दुकान पर और उसकी पत्नी खेत से जानवरों के लिए चारा लेने चली गयी हुई थी, पीड़िता घर मे खाना बना रही थी तभी लगभग 7 बजे अकेला देख पड़ोस के संजय तिवारी पुत्र राधे तिवारी ने उसपर हमला कर मारा पीटा व जबरदस्ती बलात्कार किया। कामांध संजय तिवारी ने पीड़िता के 2 साल के बच्चे को भी उठा कर फेंक दिया। जिससे बच्चे के सिर, हाथ व पेट में चोट आ गई।
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सूत्रों के अनुसार, बलात्कार के बाद संजय तिवारी ने पीड़िता को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी। घटना की जानकारी होने पर जब पीड़िता की मां संजय तिवारी के घर गयी, तो संजय तिवारी के चाचा कैलाश तिवारी, कैलाश का दामाद अमित तिवारी उर्फ बच्चा इन तीनों ने मिलकर मां- बेटी को मारा पीटा जिससे दोनों बेहोश हो गयीं। इतना ही नही चंदवक थाने में उल्टा इन्ही के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी गई।
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सूत्रों के अनुसार, जब पीड़िता अपनी मां के साथ थाने पहुंची तो इनकी रिपोर्ट लिखने के बज़ाय एस.ओ. विश्वजीत सिंह उल्टा इन्ही को धमकाने लगा और रात 8:00 बजे तक दोनों को थाने पर ही बैठाए रखा। थानेदार इन्हीं को उल्टा फंसाने की धमकी देता रहा। बाद में मारपीट की मामूली धाराओं में संजय तिवारी पर एफ.आई.आर. दर्ज कर इन लोगों को थाने से भगा दिया गया। घटना के एक हफ्ते बाद भी, पीड़िता आज भी न्याय के लिए भटक रही है और दोषी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है।
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