एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा यूपी: मुख्यमंत्री योगी

आजमगढ़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार काे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की छवि से निकल कर एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में देश मेें अपनी पहचान स्थापित कर रहा है। आजमगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के मौके पर योगी ने कहा कि दशकों तक पहचान के संकट से जूझने वाला आजमगढ़ आज अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है। यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और डबल इंजन सरकार के प्रयासों का परिणाम है, जो उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेसवे आजमगढ़ के साथ-साथ अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर को विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजमगढ़ से गोरखपुर तक यह लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रहा है। यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को आसान बनाएगी। उन्होंने कहा कि 2017 में केवल दो एक्सप्रेसवे (यमुना और आगरा-लखनऊ) थे जिसमें आगरा-लखनऊ अधूरा ही था जिसे डबल इंजन की सरकार ने पूरा किया, लेकिन अब 340 किलोमीटर का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, 300 किलोमीटर का बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और 91 किलोमीटर का गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे चालू हो चुके हैं। इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेसवे (600 किलोमीटर), लखनऊ-कानपुर, बलिया लिंक सहित छह एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे ने 3 घंटे की दूरी को 40-45 मिनट में सिमटने का गौरव हासिल किया है।
उन्होने कहा कि इस वर्ष के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे का लोकार्पण प्रधानमंत्री करेंगे और इंफ्रास्ट्रक्चर इतना मजबूत होगा कि उत्तर प्रदेश को समृद्ध होने से कोई रोक नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत एक विकसित भारत होगा उसे विकसित भारत के लिए विकसित और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने के दिशा में डबल इंजन की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों का एक प्रतिफल है कि उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से अब एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले सड़कों का हाल ऐसा था कि गड्ढे में सड़क थी या सड़क में गड्ढा, पता ही नहीं चलता था। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास तो हो गया था, लेकिन जमीन तक नहीं खरीदी गई थी। 15,200 करोड़ रुपश्े में 110 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे बनाना चाहते थे, हमने उसे 120 मीटर चौड़ा करके 11,800 करोड़ रुपये में बनवाया। बचे हुए पैसों की डकैती किसकी होती, जनता समझती है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकारें विकास की बजाय डी-कंपनी और दाऊद गिरोह के साथ साझेदारी करती थीं, सुरक्षा में सेंध लगाती थीं और आजमगढ़ को आतंक का गढ़ बना दिया था। 2007-08 में शिवली नेशनल कॉलेज में अजीत राय की हत्या वंदे मातरम गाने की वकालत के लिए हुई थी, लेकिन अब ऐसा दुस्साहस कोई नहीं कर सकता। आज कोई प्रदेश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करता है तो उसके लिए यमराज का टिकट पहले से कट जाता है।