नैनीताल, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) जैसी विकास योजनायें जोशीमठ आपदा के लिये जिम्मेदार हैं।
श्री यादव ने आरोप लगाया कि सरकार सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने जोशीमठ आपदा पीड़ितों को बाजार भाव पर मुआवजा देने की मांग की।
सपा अध्यक्ष उत्तराखंड प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के सुपुत्र के वैवाहिक समारोह में भाग लेने के लिये हल्द्वानी आये थे। इस दौरान उन्होंने हल्द्वानी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केदारनाथ जैसी आपदा से भी उत्तराखंड सरकार ने सबक नहीं लिया और अब विकास योजनाएं ही यहां विनाश का कारण बन रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा मानकों के साथ ही पर्यावरणीय प्रभाव आकलन रिपोर्ट पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ खोखले हैं और सरकार ने मुनाफे के चक्कर में जोशीमठ जैसे शहर को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की चेतावनी के बावजूद धामी सरकार सोई रही।
उन्होंने मांग की कि जोशीमठ आपदा पीड़ितों को बाजार भाव पर मुआवजा दिया जाये और उनकी पुनर्वास की व्यवस्था की जाये। उन्होंने हालांकि हल्द्वानी में बनभूपलपुरा रेलवे भूमि पर अतिक्रमण के मामले में स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उच्चतम न्यायालय गरीबों के पक्ष में निर्णय देगा।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि उत्तर प्रदेश ही केन्द्र सरकार को 2024 में बाहर का रास्ता दिखा देगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 2024 में उत्तराखंड की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। श्री यादव ने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। केन्द्र सरकार अपने वादे पूरे करने में विफल रही है।
इससे पहले श्री यादव ने रूद्रपुर में तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तेजेन्द्र सिंह विर्क के आवास पर किसान नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।