मंडला, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज मध्यप्रदेश के महाकौशल अंचल के आदिवासीबहुल जिले मंडला में आदिवासियों से भावुक अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी से लेकर अब तक आदिवासियों को सम्मान देने की सोच है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रदेश को आदिवासियों पर अत्याचार में एक नंबर पर पहुंचा दिया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा यहां कांग्रेस की चुनावी रैली को संबोधित कर रहीं थीं। इस दौरान पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने संबोधन की शुरुआत में अपनी दादी इंदिरा गांधी का स्मरण करते हुए कहा कि वे आदिवासियों की संस्कृति को सबसे सुंदर बतातीं थीं, क्योंकि आदिवासी प्रकृति की पूजा करना सिखाते हैं। उन्होंने आदिवासियों के आस्था केंद्र मंडला स्थित मढ़िया चौगान का भी संदर्भ दिया। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को स्वर्गीय इंदिरा गांधी पर भरोसा था। ऐसे में अब उनकी (स्वयं श्रीमती वाड्रा की) जिम्मेदारी बनती है कि वे आदिवासियों के लिए सच और सही बात करें और उन कामों को आगे बढ़ाएं, जो काम उनकी दादी ने शुरु किए।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने आदिवासियों को जमीन के पट्टे दिलवाए क्योंकि कांग्रेस की आदिवासियों को शक्ति देने की परंपरा रही है। कांग्रेस वनाधिकार कानून लाई और आदिवासियों को जल जंगल जमीन का अधिकार दिया, जबकि भाजपा ने आदिवासियों के सारे अधिकार छीने।
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के साथ अत्याचार में मध्यप्रदेश देश भर में सबसे ऊपर है। प्रदेश में तेंदूपत्ता मजदूरों का शोषण हो रहा है। उन्हें तेंदूपत्ते पर बोनस नहीं दिया जा रहा।
इसी क्रम में उन्होंने भाजपा सरकार की ओर से तेंदूपत्ता मजदूरों को दिए जाने वाले चप्पल, जूतों और छाते को लेकर भी सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सरकार थोक में सामान खरीदती है और बिना साइज जांचे आदिवासियों को जूते पकड़ा देती है। सरकार ये सब सामान दे रही है, लेकिन आदिवासियों का हक, तेंदूपत्ता पर बोनस उन्हें नहीं दे रही। उन्होंने घोषणा की कि छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता पर चार हजार रूपए बोनस मिल रहा है, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर यहां भी प्रति बोरे पर इतना ही बोनस दिया जाएगा और छत्तीसगढ़ की तरह पेसा कानून आएगा। इसके साथ ही उन्होंने आदिवासियों के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को भी गिनाया।
श्रीमती वाड्रा ने इस आदिवासीबहुल क्षेत्र में जाति जनगणना का मुद्दा भी एक बार फिर उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बारे में बात नहीं करना चाहती। कांग्रेस आदिवासी वर्ग को न्याय दिलाना चाहती है, इसलिए जातिगत जगणना होनी चाहिए।
कांग्रेस की गारंटी दोहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों की कर्जमाफी की जाएगी, कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू होगी। 100 यूनिट बिजली मुफ्त, 500 रुपए में सिलेंडर, महिलाओं को डेढ़ हजार रुपए हर महीने, पांच हॉर्सपावर सिंचाई की बिजली, ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी और जातिगत जनगणना कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासियों की आबादी जहां 50 प्रतिशत से अधिक होगी, वहां छठीं अनुसूची डाली जाएगी। अजा-अजजा के बैकलॉग पदों को भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना में शहर और देहात में बराबर राशि दी जाएगी।