नई दिल्ली, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टी का निर्विरोध तरीके से आज पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया। इस शीर्ष पद के लिए केवल राहुल ने ही नामांकन किया था. राहुल के सभी 89 नामांकन पत्र सही पाए गए। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव प्राधिकार के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राहुल के अध्यक्ष निर्वाचित होने की घोषणा की. राहुल के 16 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभालने की संभावना है.
इसके साथ ही पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव भी हो गया. राहुल अपनी मां सोनिया गांधी की जगह अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. सोनिया 19 साल तक इस पद पर रहीं. वह 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं. यह बदलाव देश की सबसे पुरानी पार्टी में नए युग का आगाज माना जा रहा है.
कांग्रेस पार्टी ने स्वतंत्रता के बाद से आधी सदी से अधिक समय तक देश पर शासन किया है. नेहरू-गांधी परिवार के वंशज 47 वर्षीय राहुल के सामने पार्टी की खोई हुई प्रतिष्ठा को लौटाने का कठिन काम है. पार्टी के सितारे हालिया वर्षों में गर्दिश में रहे हैं. एक समय पूरे देश पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 5 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में उसकी सरकार है. राहुल गांधी के पक्ष में कुल 89 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे.