नयी दिल्ली, कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में उद्योगपति गौतम अडानी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के साथ ही मणिपुर में हिंसा, उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या, रेल दुर्घटना आदि मुद्दों पर संसद में चर्चा कराने की मांग की है।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी ने सर्व दलीय बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती है कि सोमवार से शुरु हो रहे सत्र में सबसे पहले इन सब मुद्दों को उठाया जाए और श्री अडानी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप से जुड़े मुद्दे पर पहले चर्चा कराई जाए।
उन्होंने कहा कि उद्योगपति पर आरोप है उनकी कंपनी ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अनुकूल सौदा पाने के वास्ते राजनेताओं और नौकरशाहों को कथित तौर पर 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी है। उनका यह भी कहना था कि यह देश के आर्थिक और सुरक्षा हितों से जुड़ा गंभीर मुद्दा है और इसको लेकर देश की संसद में गहन चर्चा होनी चाहिए।
गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा जिसमें 16 विधायकों पर चर्चा किये जाने की संभावना है। इन विधेयकों में वक्फ संशोधन विधेयक भी है जिसको लेकर विपक्ष आरोप लगा रहे हैं कि विधायक की पड़ताल के लिए बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल इससे जुड़ी बैठकों मे व्यवधान की स्थिति पैदा कर रहे हैं,इसलिए इस विधेयक पर विचार के लिए जेपीसी को और समय दिया जाना चाहिए।