नयी दिल्ली, कांग्रेस ने झारखंड में लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाकर उनका कथित तौर पर स्वागत करने वाले केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के इस्तीफे की आज मांग की और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में ‘नफरत और हिंसा की राजनीति का सरकारीकरण’ हुआ है।
पार्टी नेता प्रमोद तिवारी ने यह भी सवाल किया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई लिंचिंग की हालिया घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ‘मौन’ क्यों हैं? तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की ओर से अभियुक्तों को माला पहनाना क्या इस बात का संदेश नहीं है कि भारत सरकार इस तरह के लोगों के साथ खड़ी है? सिन्हा ने जो किया है वह संविधान और कानून के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि जयंत सिन्हा ने जो कृत्य किया है उसको लिए उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। इस मामले में उनको इस्तीफा देना चाहिये। ‘ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उनके पिता यशवंत सिन्हा ने जो शब्द कहा उसे मैं नहीं दोहरा सकता।’ उन्होंने दावा किया कि नफरत और हिंसा की राजनीति का सरकारीकरण हुआ है। तिवारी ने कहा, ‘2017 में लिंचिंग की 61 घटनाएं हुई हैं। ये घटनाएं उन्हीं राज्यों में हो रही हैं जहां भाजपा और उसके सहयोगी दलों की सरकारें हैं।’
उन्होंने सवाल किया, ‘प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? इस पर मोदी जी की मन की बात क्यों नहीं आती? क्या उनके मौन से इन घटनाओं को बढ़ावा नहीं मिल रहा है? अमित शाह ने चुप्पी क्यों साध ली है?” केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दंगे के आरोपी से मिलने के संदर्भ में तिवारी ने कहा, ‘बात बात पर पाकिस्तान का वीजा देने और देशभक्ति का प्रमाणपत्र बांटने वाले गिरिराज सिंह के आंसू तब नहीं निकलते जब महिलाओं के मांग के सिंदूर उजड़ रहे हैं।
वह कैमरे को देखते हुए दंगाइयों के लिए आंसू बहाते हैं।’ हरियाणा के कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी के एक कथित बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘ राजकुमार सैनी ने सच बोला है कि वर्तमान सरकार में देश के हालात बहुत खराब हैं। भाजपा सांसद को यह लगता है कि इस सरकार में नीति और नीयत नहीं है। ‘ तिवारी ने कहा, ‘सैनी ने कहा है कि यही हालात रहे तो 90 फीसदी भाजपा सांसद चुनाव हार जाएंगे। कुरुक्षेत्र से कही गयी बात सच साबित होती है और यह भी सच साबित होगी।’ तिवारी ने बागपत की जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के संदर्भ में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘मारने वाला आपराधिक पृष्ठभूमि वाला है और मरने वाला भी था। लेकिन उच्च सुरक्षा वाली जेल में पिस्टल से हत्या की जा रही है। यह कानून-व्यवस्था की सच्चाई को बयां करता है।’ उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा के राज्य में कोई ऐसी जगह है जो सुरक्षित बची है?