काशी के गंगा घाटों पर जमा मिट्टी से पर्यटकों की बढ़ी परेशानी

वाराणसी, वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर घटने के बाद काशी के दर्जनों ऐतिहासिक घाटों पर मिट्टी का ढेर जमा हो गया है। इससे पर्यटकों, मल्लाहों और घाटों पर रोजगार करने वालों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जमा मिट्टी के कारण पर्यटक घाटों पर घूमने का आनंद नहीं ले पा रहे हैं।
तमिलनाडु से आए पर्यटक शिवा कोटी ने बताया कि वे पिछले दो दिनों से काशी के गंगा घाटों पर घूमने आ रहे हैं, लेकिन घाटों पर जमा मिट्टी के कारण एक घाट से दूसरे घाट तक जाना जोखिम भरा है, क्योंकि फिसलने या धंसने का डर बना रहता है। भोपाल से आए पर्यटक जितेंद्र कुमार ने बताया कि अस्सी, राणा महल, शिवाला, मणिकर्णिका समेत कई घाटों पर सिल्ट जमा है, जिससे घूमना मुश्किल हो गया है।
मल्लाह सोनू ने बताया कि मिट्टी जमा होने के कारण नाव में सवारियों को बैठाने में परेशानी हो रही है। इस वजह से आधे से अधिक पर्यटक घाटों तक पहुंचे बिना ही लौट जा रहे हैं।
नगर निगम के अनुसार, सिल्ट हटाने का कार्य निरंतर जारी है। मणिकर्णिका गली, कोनिया, शीतला घाट, दशाश्वमेध घाट समेत कई स्थानों पर जमा मिट्टी को हटाया जा रहा है। स्वास्थ्य निरीक्षक भी मौके पर निगरानी कर रहे हैं।