वाराणसी, उत्तर प्रदेश की प्रचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी काशी में उत्सवी माहौल के बीच सोमवार से शुरु हो रहे 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भव्य तरीके से सजे वाराणसी के बड़ालालपुर में 21 से 23 जनवरी तक आयोजित नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका विषय पर केंद्रित इस सम्मेलन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंदए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीए मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं उनके सहयोगी राज्यमंत्री जनरल वी के सिंहए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण के अलावा युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री ;स्वतंत्र प्रभारद्ध कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौरएनार्वे के सांसद हिमांशु गुलाटी और न्यूजीलैंड के सांसद कमलजीत सिंह बख्शी मुख्य रुप से संबोधित करेंगे।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहली बार आयोजित प्रवासी सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री राम नाईकए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टरएउत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अनेक देशों के मंत्रीए सांसद एवं विधायकों के अलावा विभिन्न पेशे से जुड़े करीब आठ हजार गणमान्य लोगों के शामिल होने की संभावना है। सम्मेलन में करीब छह हजार प्रवासी मेहमान समेत करीब आठ हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि वैसे तो प्रवासी भारतीय दिवस नौ जनवरी है लेकिन इससे जुड़ा सम्मेलन 21 से 23 जनवरी के बीच आयोजित किया गया है। इस दौरान कई सत्रों में विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी। अगले दिन 24 जनवारी को प्रवासी मेहमान प्रयागराज में कुंभ का दिव्यता एवं भव्यता और 26 जनवरी को दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह के गवाह बनेंगे।
सूत्रों ने बताया कि बड़ालालपुर के पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल के ष्अटल बिहारी वाजपेयी सभागारष् में तीन के आयोजन में सोमवार को केंद्र सरकार के युवा मामाले एवं खेल मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित युवा प्रवासी भारतीय और उत्तर प्रदेश प्रवासी सम्मेलन होगा। श्रीमती स्वराज उद्धाटन भाषण देंगीए उनसे पहले श्री योगी एवं श्री राठौर और विशेष अतिथि के श्री गुलाटी और श्री बख्शी अपने.अपने विचार रहेंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मुख्य अतिथि श्री जगन्नाथ एवं श्री मोदी के अलावा श्री योगीए श्रीमती स्वराज और जनरल सिंह संबोधित करेंगेए जबकि बुधवार को श्री कोविंद प्रवासी भारतीयों से के समक्ष समापन भाषण देंगे तथा चुनिंदा मेहमानों को उनके उल्लेखनीय योदान के लिए सम्मानित करेंगे।
प्रवासी मेहमानों के स्वागत के लिए उनके आवागमन वाले रास्तोंए गंगा घाटोंए प्रमुख धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों और उसके आसपास के इलाकों को भव्य तरीके से सजाया गया है। शहर के प्रमुख इलाके रोशनी से जगममगा रहे हैं। विभिन्न सरकारीए गैर सरकारी एवं निजी संस्थाओं की ओर से जगह.जगह विभिन्न प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके अलावा खेल और रैली निकालकर प्रवासी सम्मेलन के बारे में लोगों को जागरूक किया गया है। पहले दिन बहुत से प्रवासी मेहमान काशी हिंदू विश्वविद्यालय जाकर यहां के छात्र.छात्राओं के साथ से मुलाकात करेंगे।
प्रवासी भारतीय मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की देखरेख करने वाले नोडल अधिकारी एवं वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनो से दुनिया भर के प्रवासी मेहमानों के इस प्रचीन नगर में पहुंचने का सिलसिला जारी है। अतिथियों के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन के बाद विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जा रहा है। यहां पहुंचने वाले अधिकांश लोगों की पहली प्राथमिकताओं में विश्व प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन.पूजन और दशाश्वमेध घाट पर शाम को होने वाली गंगा आरती शामिल है। इंडोनेशियाए मलेशियाए मॉरिशसए अमेरिकाए ब्रिटेन और अन्य देशों के अतिथि यहां के दिव्य आध्यात्मिक रूप से मंत्रमुग्ध दिखाई दिये।
उन्होंने बताया कि आम धारणा के उलट प्रवासी भारतीय दिवस 2019 के लिए पंजीकरण करने वाले अधिकांश मेहमान मॉरीशस और अन्य ऐसे देशों के बजाये अमेरिका के हैं। सूत्रो ने बताया कि प्रवासी भारतीय मेहमानों के लिए तीन स्तर पर ठहरने की व्यवस्था है। अतिथियों के लिए प्रथम व्यवस्था श्टेंट सिटीश् के नाम से लोकप्रिय ऐढ़े गाँव में की गई है जिसे श्श्री बालेश्वर अग्रवाल प्रवासी नगरश् नाम दिया गय है। पांच सितारा होटल जैसी सुविधाओं के साथ टेंट सिटी में वाराणसी के प्रचीन शहर तरह धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृश्य बनाये गए हैं। जो किसी अजूबे की तरह लगा है।
उन्होंने बताया कि यहां पर 1480 मेहमानों को ठहराने की व्यवस्था है। दूसरी व्यवस्था वाराणसी के होटल कक्ष हैं जहाँ लगभग पाँच हज़ार मेहमानों को मानक आवास उपलब्ध कराया जाएगा और तीसरी व्यवस्था श्काशी आतिथ्य योजनाश् है जिसके तहत लगभग 400 अतिथि काशी के नागरिकों के साथ उनके घरों में ठहरेंगे। उन्होंने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि 125 से अधिक देशों के 5800 से अधिक एनआरआई मेहमान हैं जिन्हें पीबीडी भागीदारी के लिए पंजीकृत किया गया है।