औरंगाबाद, किसानों की आत्महत्या का सिलसिला रूकने का नाम नही ले रहा है। किसान कर्ज अौर फसल की बर्बादी से परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
महाराष्ट्र के मराठवाडा में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा पिछले तीन सप्ताह में यहां 60 से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली। मंडल आयुक्तालय के अनुसार एक जनवरी से अब तक आत्महत्या करने वालों की संख्या 907 हो गयी है। यह संख्या 19 नवंबर तक 847 थी। कर्ज अौर फसल की बर्बादी से परेशान किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं और औसतन प्रतिदिन तीन किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक बीड जिला में 187 किसानों ने, नांदेड में 141,औरंगाबाद में 125, उस्मानाबाद में 119, परभणी में 118, लातूर में 89 जालना में 76 और हिंगोली में सबसे कम 52 किसानों ने आत्महत्या की है। किसानों के कुल 907 आत्महत्या मामलों में से 640 दावों को क्षतिपूर्ति के योग्य पाया गया जिसमें से 637 मृतकों के परिजनो को क्षतिपूर्ति कर दी गयी है। हालांकि सरकार ने 175 दावों को खारिज कर दिया। 92 मामले अभी भी जांच के लंबित हैं।