बलिया, उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में पशु चिकित्सक की कथित लापरवाही के कारण एक कुत्ते की मौत का मामला पुलिस थाने में पहुंचने पर पुलिस को कुत्ते की मौत के कारणों का पता लगाने के लिये उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना पड़ा।
पुलिस की ओर से सोमवार को इस मामले केे बारे में बताया गया कि बलिया के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र में चंद्रवार गांव की निवासी अनुमोदिता ने कोतवाली प्रभारी को सौंपे शिकायत पत्र में रसड़ा पशु अस्पताल के एक चिकित्साकर्मी पर उनके राटविलर ब्रीड के कुत्ते को इन्जेक्शन का ओवरडोज देकर मार डालने का आरोप लगाया है। रसड़ा कोतवाली के प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
अनुमोदिता ने भी इस मामले की जानकारी देते हुए रसड़ा में आज संवाददाताओं को बताया कि हैरी नामक उनके कुत्ते का इलाज फैजाबाद स्थित पशु अस्पताल में चल रहा था। उन्होंंने बताया कि चिकित्सक के परामर्श के अनुसार हैरि को एक विशेष इन्जेक्शन की रोजाना 250 मिलीग्राम की डोज अगले सात दिनों तक लगनी थी। हैरी को 15 अप्रैल से रसड़ा पशु अस्पताल में उस इन्जेक्शन की निर्धारित डोज रोज लगाई जा रही थी। अनुमोदिता ने आरोप लगाया है कि 17 अप्रैल को रसड़ा पशु अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा कुत्ते को इन्जेक्शन की तीसरी डोज के रूप में 250 मिलीग्राम के बजाय 500 मिलीग्राम डोज का इंजेक्शन लगा दिया गया। इंजेक्शन लगने के कुछ देर के बाद ही उसकी मौत हो गई।
उन्होंने इसकी शिकायत रसड़ा कोतवाली में दर्ज करायी है। पुलिस ने कुत्ते के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जिससे यह पता किया जा सके कि हैरी की मौत दवा की अधिक मात्रा दिये जाने के कारण हुयी या किसी अन्य वजह से हुई।