लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कैराना में माहौल बिगाडने की खतरनाक साजिश थी। यह दावा है कैराना गयी सन्तों की 5 सदस्यीय टीम का। सन्तों का यह दल गत 19 जून को कैराना गया था। वहां से लौटकर दल ने अपनी रिपोर्ट गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंप दी। इस मौके पर सूबे के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद थे।
रिपोर्ट सौंपने के बाद दल के सदस्य आचार्य प्रमोद कृष्ण ने दावा किया कि कैराना में हिन्दू परिवारों के पलायन की बात उठाकर माहौल बिगाडने की कोशिश में लोग लगे थे, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कैराना से पलायन हुआ है या नहीं। उन्होंने दावा किया कि 4 दिन में रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंप दी गई है अब इस पर कार्रवाई करना सरकार का काम है। सपा सरकार द्वारा भेजे गए सन्तों के दल में पूर्व न्यायाधीश स्वामी कल्याण देव, पूर्व न्यायाधीश स्वामी चिन्मयानन्द, हिन्दू महासभा के स्वामी चक्रपाणि और देवेन्द्रानन्द गिरि शामिल थे। गौरतलब है कि इससे पहले 15 जून को भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने अपनी जांच रिपोर्ट पार्टी के साथ ही राज्यपाल रामनाईक को भी सौंपी थी। कैराना जाने वालों में जनता दल (यू) के साथ ही वामपंथियों की टीम भी शामिल थी।