जकार्ता, हीरो एशिया कप के सुपर चार के आखिरी मुकाबले में मंगलवार को कोरिया के साथ 4-4 का ड्रॉ खेलने के बाद भारतीय हॉकी टीम फ़ाइनल की होड़ से बाहर हो गयी।
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में चल रहे टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने के लिये भारत को यह मैच जीतने की ज़रूरत थी, लेकिन कड़े प्रयास के बाद भी वह मुकाबले को 4-4 के साथ ड्रॉ ही करा सकी। अब फाइनल में कोरिया का मुकाबला मलेशिया से होगा जबकि भारत तीसरे स्थान के लिये जापान का सामना करेगा।
जीबीके एरिना में आयोजित मुकाबले में भारत को अच्छी शुरुआत मिली और मैच के नौंवे मिनट में ही नीलम संजीप ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिलायी, हालांकि यह बढ़त ज़्यादा देर तक नहीं रही और कोरिया के जांग जोंग्युन ने पेनल्टी कॉर्नर का फायदा उठाते हुए स्कोर को 1-1 कर दिया।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारत ने ज़ोरदार शुरुआत की लेकिन कोरिया के गोलकीपर की बेहतरीन रक्षा की बदौलत भारत गोल न कर सका और कोरिया ने 18वें मिनट में क्वार्टर का पहला गोल करते हुए अपनी लीड 2-1 से बढ़ा ली। इसके जवाब में मनिंदर सिंह ने 21वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया और दोनों टीम 2-2 की बराबरी पर आ गयीं।
इसके फ़ौरन बाद शेशे गौड़ा ने 22 मिनट में एक गोल कर भारत को 3-2 की बढ़त तक पहुंचा दिया।हाफ़ टाइम से ठीक पहले कोरिया के किम जंगहू ने एक गोल करते हुए मुकाबले को 3-3 कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में भारत के लिये मरीश्वरण (37वां मिनट) और कोरिया के लिये जंग मानजाई (44वां मिनट) ने एक-एक गोल किया। 4-4 से शुरू हुए चौथे क्वार्टर में भारत को कम से कम एक गोल करना था ताकि वह फाइनल तक पहुंच सके, मगर कड़े प्रयास के बावजूद भारत यह करने में नाकामयाब रहा और कोरिया ने ड्रॉ के साथ फाइनल में जगह बना ली। इस ड्रॉ में कोरिया के नायक उसके गोलकीपर रहे जिन्होंने अपनी टीम के लिये भारत के कई महत्वपूर्ण प्रयास रोके। मैच के अंतिम 10 सेकंड में भारतीय खिलाड़ी कोरियाई गोल के बहुत करीब पहुंच गये थे लेकिन गोलकीपर ने गेंद को रोक कर फाइनल में अपनी टीम के लिये जगह सुनिश्चित की।
अब कोरिया और मलेशिया बुधवार को फाइनल में एशिया कप के लिये अपनी दावेदारी पेश करेंगे जबकि भारत तीसरे स्थान के लिये जापान से भिड़ेगा।