मुंबई , कोरोना वायरस के संक्रमण में बढाेतरी होने , अमेरिका में वित्तीय प्रोत्साहन को लेकर अनिश्चितता के साथ ही चीन एवं अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के दबाव में बीते सप्ताह वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखी गयी जिससे बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 3.75 प्रतिशत अर्थात 1457.16 अंक टूटकर 37388.66 अंक पर रहा। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 454.70अंक गिरकर 11050.25अंक पर आ गया।
बीते सप्ताह शेयर बाजार पर जहां वैश्विक कारकों के कारण तीव्र गिरावट दर्ज की गयी वहीं अगले सप्ताह भी बाजार पर इन कारकों के हावी रहने की संभावना है। इसके साथ घरेलू स्तर पर होने वाले घटनाक्रमों का भी बाजार पर असर दिख सकता है।
समीक्षाधीन अवधि में छोटी और मझौली कंपनियों में भी भारी बिकवाली हुयी। बीएसई का मिडकैप 711.12 अंक अर्थात 4.73 प्रतिशत गिरकर 14336.68 अंक पर और स्मॉलकैप 5.26 प्रतिशत अर्थात 804.40 अंक फिसलकर 14495.58 अंक पर रहा।
विशलेषकों का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण से अभी भी पूरी दुनिया प्रभावित है। इसके साथ ही अमेरिका और चीन के बीच तनाव में कमी नहीं आयी। भारत और चीन के बीच भी सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है। ऐसी स्थिति में बाजार पर भी दबाव बना रहा सकता है।