क्रिएटिविटी, इन्नोवेशन को बढ़ावा देने के लिये है बौद्धिक संपदा अधिकार नीति
News85WebAugust 21, 2016
नयी दिल्ली, राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार:आईपीआरः नीति से देश में विभिन्न क्षेत्रों में सृजनात्मकता और नवोन्मेष को बढ़ावा मिलेगा। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह बात कही है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) में संयुक्त सचिव राजीव अग्रवाल ने कहा कि सरकार इन दोनों क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिये अनुकूल परिस्थितियां तैयार कर रही है। अग्रवाल ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, भारत में आईपीआर नीति हाल ही में जारी की गई है। इस पूरी नीति का मकसद देश में सृजनात्मकता और नवोन्मेष को बढ़ावा देना है। हम एक सृजनशील और नवोन्मेषी भारत की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में जुगाड़ प्रौद्योगिकी और मितव्ययी नवोन्मेष की बात की जाती है। अग्रवाल ने कहा ये चीजें महत्वपूर्ण हैं, लेकिन केवल यही निदान नहीं है, हमें इससे आगे के बारे में सोचना होगा। सरकार ने मई में आईपीआर नीति की घोषणा की थी जिसका मकसद देश में उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना और नकली उत्पादों के विनिर्माण को हतोत्साहित करना है। इस नीति को सृजनशील भारतः प्रगतिशील भारत, के ध्येय को सामने रखते हुये तैयार किया गया है। इसमें कई अन्य बौद्धिक संपदा कानूनों को भी उन्नत बनाने पर गौर किया गया है।